नई दिल्ली : राजधानी में प्रदूषण को लेकर पूर्वी दिल्ली के महापौर ने खाका तैयार किया है. उन्होंने कहा है कि प्रदूषण कुछ महीनों की समस्या भर नहीं है. यह एक दीर्घकालिक समस्या है तो इसका समाधान भी दीर्घकालिक ही होना चाहिए, ताकि समस्या का स्थायी समाधान हो सके. अग्रवाल ने कहा कि प्रदूषण की बढ़ती समस्या को देखते हुए निगम ने पूरे साल की कार्ययोजना तैयार की है. इसके तहत, विध्वंस कचरा, कूड़ा जलाना, लैंडफिल साइट आदि से पैदा होने वाले प्रदूषण के लिए विशेष योजना बनाई गई है.
निगमायुक्त, श्री विकास आनंद ने कहा कि प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए निगम ने विशेष टीम बनाई है, जो प्रदूषण फैलाने वाली गतिविधियों की निगरानी भी करेगी और उनके खिलाफ कार्रवाई भी करेगी.
उन्हें कहा कि निगम ने प्रदूषण पर शिकंजा कसने के लिए काम करना शुरू कर दिया है. प्रदूषण फैलाने वाले कारकों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए विभिन्न कदम उठाए जा रहे हैं.
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आनंद ने कहा कि निर्माण व विध्वंस सामग्री को खुले में फेंकने, कचरा जलाने, सड़क के धूलकण, यातायात जाम आदि कई ऐसे कारक हैं, जो प्रदूषण बढ़ाते हैं. हम ऐसे स्थानों को चिन्हित कर रहे हैं, जहां प्रदूषण का स्तर अधिक है और उसी के अनुसार कार्रवाई कर रहे हैं. कमिश्नर ने बताया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम ने धूल नियंत्रण और प्रबंधन सेल स्थापित किया है, जो धूल कणों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए सघन कार्य करेगा.