नई दिल्ली: राजधानी में जहां एक तरफ एंबुलेंस वाले कोरोना संक्रमितों के परिजनों के मजबूरी का फायदा उठाकर मनमाना किराया वसूल कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ कुछ ऐसे भी लोग हैं, जो संक्रमितों को मुफ्त सेवा उपलब्ध करा रहे हैं. ऐसे ही एक शख्स दिनेश हैं. वह रोजाना उत्तर-पूर्वी दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के सामने अपना ई-रिक्शा खड़ा करते हैं और कोरोना संक्रमितों को निशुल्क सेवाएं देते हैं. मानव धर्म के मकसद से दिनेश ने यह कदम उठाया है.
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निशुल्क चला रहे ई-रिक्शा
इस कोरोना महामारी में लोग मानव धर्म निभाने के लिए अनोखे कदम उठा रहे हैं. दिनेश के ई रिक्शा पर लगे बैनर की पंक्तियों में लिखा है, कोरोना मरीजों के लिए निशुल्क सेवा. इस सेवा की शुरुआत सीमापुरी विधानसभा क्षेत्र में रहने वाले दिनेश ने की है. दिनेश का कहना है कि मैं खुद एक गरीब परिवार से हूं और यह रिक्शा चलाकर बड़ी मुश्किल से अपने परिवार का पेट पालता हूं. जब मैंने देखा कि एंबुलेंस वाले कोरोना मरीजों को ले जाने के लिए मनमाने पैसे वसूल रहे हैं, तभी मैंने निर्णय लिया कि मैं मानव धर्म के लिए अपना ई-रिक्शा निशुल्क चलाऊंगा.
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कोरोना वायरस सिखा रहा सेवा करना
दिनेश ने अपना ई रिक्शा उत्तर-पूर्वी दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के बाहर खड़ा कर दिया है. दिनेश खुद पीपीई किट पहनकर कोरोना मरीजों को निशुल्क सेवा दे रहे हैं. दिनेश से पूछा गया कि आपको डर नहीं लगता कि कोरोना मरीजों को रिक्शे में इलाज के लिए ले जा रहे हैं, तो उनका कहना था कि कोरोना वायरस मानव धर्म निभाना सिखा रहा है. मैं पूरी सुरक्षा के साथ यह मानव धर्म निभा रहा हूं, क्योंकि नर सेवा ही नारायण सेवा है.