नई दिल्ली: राजधानी में लॉकडाउन लगे हुए 41 दिन बीत चुके हैं. लॉकडाउन की इस मुश्किल घड़ी में पीसीआर द्वारा गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने का काम लगातार किया जा रहा है. बीते 24 घंटे में पीसीआर द्वारा 11 गर्भवती महिलाओं को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. वहीं लॉकडाउन के 41 दिनों में 873 गर्भवती महिलाओं को पीसीआर अस्पताल पहुंचा चुकी है.
डीसीपी शरत सिन्हा ने दी जानकारी
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार राजधानी में कोरोना महामारी के संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. लॉकडाउन के 41 दिन पूरे हो चुके हैं जबकि 13 दिन अभी भी शेष हैं.
राजधानी में सार्वजनिक परिवहन सेवा में अभी भी किसी प्रकार की छूट नहीं है. मरीजों को अस्पताल जाने के लिए न तो ऑटो-टैक्सी मिल रही है और न ही एम्बुलेन्स. इसलिए पीसीआर गंभीर मरीजों की लगातार मदद कर उन्हें अस्पताल पहुंचाना का काम कर रही है. खासतौर से गर्भवती महिलाएं, दिल का दौरा पड़ने वाले मरीज एवं अन्य गंभीर मरीजों को अस्पताल पहुंचाने की जिम्मेदारी पीसीआर द्वारा निभाई जा रही है.
24 घंटे में 11 गर्भवती महिलाओं को पहुंचाया अस्पताल
डीसीपी शरत सिन्हा के अनुसार बीते 24 घंटे में पीसीआर द्वारा विभिन्न इलाकों से 11 गर्भवती महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया गया है. प्रसव पीड़ा के चलते परेशान इन महिलाओं को अस्पताल जाने के लिए कोई साधन नहीं मिल रहा था. इनमें से केवल एक कॉल रात 11 से सुबह 5 बजे के बीच पीसीआर को मिली. इनमें से कई कॉल ऐसी जगह से मिली जहां से अस्पताल की दूरी 13 किलोमीटर से भी ज्यादा दूर थी.
इन सभी कॉल पर जाकर पीसीआर ने महिलाओं को अस्पताल पहुंचाने का काम किया.