नई दिल्ली : बुराड़ी इलाके में हुई महिला की हत्या (Woman Murder In Burari) के मामले में पुलिस (Delhi Police) ने उसके पति एवं भतीजे को भी गिरफ्तार कर लिया है. महिला के पति ने ही अपने ड्राइवर को इस हत्याकांड (Woman Murder Case) के लिए निर्देश दिए थे. पूछताछ के दौरान हुए खुलासे के बाद पुलिस ने इन दोनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपी वीरेंद्र डीयू में कॉन्ट्रैक्ट पर असिस्टेंट प्रोफेसर (DU Assistant Professor Arrested) है. उसने पुलिस को बताया कि वह अपनी पत्नी से छुटकारा पाना चाहता था. इसलिए उसने यह खौफनाक साजिश रची.
डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया बीते सोमवार को बुराड़ी पुलिस स्टेशन (Burari Police Station) के पास राकेश नामक युवक परेशान अवस्था में घूम रहा था. उसने सिपाही भीम को बताया कि वह वीरेंद्र नामक डीयू के असिस्टेंट प्रोफेसर के घर नौकरी करता है. वीरेंद्र की पत्नी पिंकी बार-बार अपने पति पर उसे नौकरी से निकालने के लिए दबाव डाल रही थी. महिला को सबक सिखाने के मकसद से पहले उसने गला दबाकर पिंकी की हत्या कर दी और इसके बाद उसके शव को करंट के झटके दिए. वह सुनिश्चित करना चाहता था कि पिंकी न बचे. इस बाबत हत्या का मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया.
ये भी पढ़ें : हरिद्वार फर्जी कोविड टेस्ट रिपोर्ट घोटाले का दिल्ली से है यह कनेक्शन
डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि पूछताछ में वीरेंद्र ने बताया कि बीते फरवरी माह में उसकी शादी हुई थी. पत्नी से अकसर छोटी-छोटी बातों पर उसका झगड़ा होता था. वह उससे पीछा छुड़ाना चाहता था. उसने यह मामला राकेश को बताया जो पिंकी से नाखुश था. वीरेंद्र ने उसे बताया कि वह उसकी पत्नी और बच्चों का ध्यान रखेगा. अगर वह पिंकी की हत्या कर देगा. इस वारदात में उसने अपने भतीजे को भी शामिल किया. राकेश ने पुलिस को बताया वीरेंद्र अपनी मां को लेकर बाहर चला गया था. उसी समय गोविंद ने इशारा किया और राकेश ने हत्या को अंजाम दिया. पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि वह पहले टैक्सी चलाता था. 3 साल पहले वह वीरेंद्र ने उसे रहने के लिए कमरा और चलाने के लिए गाड़ी दी थी. वीरेंद्र को वह अपने बड़े भाई की तरह मानता था.
ये भी पढ़ें : हरिद्वार कुंभ: फर्जी कोरोना टेस्टिंग घोटाले के मुख्य आरोपी शरद पंत और मल्लिका पंत दिल्ली से गिरफ्तार
आरोपी गोविंद ने पुलिस को बताया कि उसके चाचा की शादी के समय भी चाची एवं परिवार वालों ने उन्हें अपमानित किया था. उसका चाचा वीरेंद्र बहुत ही सीधा व्यक्ति है. शादी के समय लड़की वालों ने 5 लाख रुपये का चेक उन्हें दिया था जो बाउंस हो गया था. इसके बाद भी चाची लगातार उसके चाचा को परेशान करती थी. इसके चलते वह बेहद परेशान रहता था. इसी वजह से उसने इस हत्याकांड में अपने चाचा का साथ दिया. पुलिस ने उसे हत्या की साजिश के तहत गिरफ्तार किया है.