नई दिल्ली: साउथ दिल्ली के बेगमपुर डिस्पेंसरी में बतौर मेडिकल ऑफिसर सेवाएं दे रहे डॉ. जावेद अली की कोरोना से मौत हो गई. बता दें कि 24 जून को उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. जिसके बाद उन्हें कई अस्पतालों में भर्ती कराया गया.
एम्स ट्रॉमा सेंटर में उन्होंने आखिरी सांस ली. अब एम्स के डॉक्टर्स ने उन्हें कोरोना शहीद घोषित करने और परिजनों को एक करोड़ रुपये आर्थिक मदद देने की मांग की है.
एम्स के कार्डियो-रेडियो डिपार्टमेंट के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अमरिंदर सिंह ने डॉ. जावेद अली के परिवार को न्याय दिलाने के लिए एक मुहिम शुरू की है. उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से पीड़ित परिवार को नियम के तहत एक करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की मांग की है. डॉक्टर जावेद की पत्नी डॉक्टर हिना भी एक निजी अस्पताल में डॉक्टर हैं.
उन्होंने कहा कि हम मांग करते हैं कि डॉक्टर जावेद अली की जगह डॉक्टर हिना को सरकारी नौकरी दी जाए. चाहे वह सरकारी नौकरी कॉन्ट्रेक्ट बेस्ड ही क्यों ना हो. 2012 से लेकर 2020 तक डॉक्टर जावेद ने दिल्ली सरकार की डिस्पेंसरी में अपनी सेवा दी है.
23 जून तक उन्होंने दिल्ली सरकार के क्ववारंटीन सेंटर पर काम किए. बता दें कि डॉ. जावेद अली का एक 6 साल का बेटा और 12 साल की बेटी है.
डॉक्टर अमरिंदर सिंह ने की मदद की मांग
डॉक्टर अमरिंदर सिंह ने ये भी कहा कि दिल्ली सरकार ने एलएनजेपी अस्पताल के एक टेक्निकल अधिकारी के परिवार को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि प्रदान करने की कैबिनेट में मंजूरी दी है. ऐसे में डॉक्टर जावेद अली तो डॉक्टर थे, उन्हें भी मिलना चाहिए. उनके इलाज में 6 लाख रुपये बिल आने की बात भी सामने आई है.
बताया जा रहा है कि 23 जून तक डॉ. जावेद अली ने ड्यूटी दी. जबकि 24 जून को जब उन्होंने एक निजी अस्पताल में अपना आरटी-पीसीआर टेस्ट करवाया तो उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई. शुरुआती चार दिनों में कोई लक्षण नहीं दिखा लेकिन 28 जून को गले में खराश, दर्द, बुखार और सांस लेने की तकलीफ बढ़ गई.
हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन के साथ उन्हें विटामिन सी रिमाइडेजीवीर की खुराक भी 2 जुलाई से दी जाने लगी. जब इनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई तो 8 जुलाई को इन्हें एलएनजेपी अस्पताल में भर्ती कराया गया.
उनके लिए प्लाज्मा का कोई डोनर नहीं मिला तो उन्हें दिल्ली एम्स के कुछ डॉक्टरों और डॉक्टर अमरिंदर सिंह के निजी प्रयासों से एम्स में भर्ती करवाया गया. लेकिन 10 जुलाई के बाद उनका ऑक्सीजन लेवल कम होने लगा.
प्रियंका गांधी का ट्वीट
प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा है कि डॉ. जावेद अली और तमाम डॉक्टर जान की बाजी लगाकर इस संकट के दौरान अपनी सेवाएं देते हैं. डॉं जावेद के बारे में दुखद समाचार मिला। वो संविदा पर सेवाएं दे रहे थे. ये समय इन शहीदों के परिवारों के साथ खड़ा होने का है. सरकार को डॉ. जावेद के परिवार की हरसंभव मदद करनी चाहिए.