नई दिल्ली: बर्मिंघम में संपन्न हुए कॉमनवेल्थ खेलों में देश का नाम रोशन कर महिला रेसलिंग के अंदर पदक जीतने वाली पहलवान दिव्या काकरान को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली सरकार के विधायकों और दिव्या काकरान के बीच ट्विटर पर चल रहे वार के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दीपेंद्र हुड्डा(Deependra Hooda) ने पूरे मामले को लेकर ट्वीट किया है.जिसमें उन्होंने कहा है कि दिल्ली में 20 साल रहने के बाद और दिल्ली के लिए 8 भारत केसरी के साथ 17 गोल्ड मेडल जीतने के बाद भी दिव्या काकरान को दिल्ली सरकार, दिल्ली का नागरिक नहीं मान रही है. हरियाणा में हुड्डा सरकार ने सहवाग,साइना,सुशील कुमार,गगन नारंग को केवल हरियाणा से संबंध होने पर ही इनाम आदि की राशि दी थी. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जिद छोड़ दिव्या को उसकी उपलब्धियों के हिसाब से मान और सम्मान देना चाहिए. खिलाड़ी देश की राष्ट्रीय धरोहर हैं जिसमें राज्य से खेले उनको पूरी सुविधाएं और अवसर देकर हौसला बढ़ाना चाहिए.
दरअसल बीते दिनों दिव्या ने ट्वीटर पर दिल्ली सरकार की तरफ से कोई सहायता मुहैया ना कराए जाने को लेकर अपनी व्यथा जाहिर की थी. जिसके बाद से दिल्ली सरकार के विधायकों की तरफ से दिव्या के ऊपर सवाल उठाए जाने के साथ कहा जा रहा है कि वह कई सालों से दिल्ली के लिए खेलती ही नहीं हैं. कॉमनवेल्थ गेम्स में कुश्ती में पदक जीतने पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिव्या काकरान को ट्वीट कर बधाई दी थी. जिसके लिए दिव्या ने मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए लगातार एक के बाद एक तीन ट्वीट कर अपनी व्यथा साझा की. उन्होंने कहा कि वह पिछले 20 साल से दिल्ली में रह रही हैं, लेकिन आज तक राज्य सरकार ने न तो उनकी सुध ली और न ही किसी प्रकार की कोई सहायता की.
जिसके बाद आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने दिव्या काकरन पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह दिल्ली की खिलाड़ी भी नहीं हैं. जिसके बाद दिव्या काकरन ने बीते दिन सिलसिलेवार ढंग से ट्वीट करते हुए दिल्ली सरकार पर जमकर हमला बोला. कहा कि 2011 से 2017 तक मैं दिल्ली से खेलती थी. मेरे पास सर्टिफिकेट भी दिल्ली का है,यदि आपको यकीन ना हो तो मैं अपने गोल्ड मैडल ओर सर्टिफिकेट अपलोड कर सकती हूं.
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वहीं एक सच यह भी है कि पिछले कुछ सालों में दिव्या अकेली ऐसी खिलाड़ी नहीं है जिन्होंने दिल्ली छोड़कर दूसरे राज्यों से खेलना शुरू कर दिया है उनके जैसे और भी कई खिलाड़ी हैं. वही कुछ बीते कुछ सालों में विराट कोहली और आशीष नेहरा जैसे लोकप्रिय क्रिकेट खिलाड़ी भी राजधानी दिल्ली छोड़कर दूसरे राज्यों में जाकर बस चुके हैं.