नई दिल्ली: बुराड़ी विधानसभा में दिल्ली सरकार द्वारा 800 बेड का सरकारी अस्पताल बनाया गया है, जो अब तक कोरोना मरीजों के अलावा दूसरे लोगों के लिए शुरू नहीं हुआ है. इस अस्पताल में केवल कोरोना संक्रमित मरीजों का ही उपचार किया जा रहा है. बुराड़ी विधानसभा में स्वराज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इकट्ठे होकर मार्च निकाला और सरकार से जल्द से जल्द ओपीडी ओर मेडिकल सुविधा सामान्य लोगों के लिए शुरू करने की मांग रखी.
लोगों का कहना है कि अस्पताल को बने हुए दो साल से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन अभी तक आम लोगों के इलाज के लिए इसमें ओपीडी और मेडिकल सुविधाएं शुरू नहीं की गई हैं. लोगों को गंभीर बीमारियों के चलते दूसरे अस्पतालों में कई किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. बुराड़ी इलाके में जाम की समस्या भी रहती है, जिसकी वजह से कई बार बीच रास्ते में ही मरीज की मौत हो जाती है. जब सरकार ने इलाके के लोगों के लिए अस्पताल बनाया है, तो शुरू क्यों नहीं किया जा रहा है ?
स्वराज इंडिया के कार्यकर्ता इकट्ठा होकर बुराड़ी अस्पताल के सामने पहुंचे और पैदल मार्च करते हुए सरकार से मांग की, कि जल्द से जल्द बुराड़ी अस्पताल को आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाए. 10 लाख की आबादी की वाली बुराड़ी विधानसभा के लोग इलाज से मजबूर है. बुराड़ी अस्पताल में इलाज कराने के लिए आसपास के विधानसभा के लोग भी आएंगे, क्योंकि दूसरे इलाकों में भी बड़ा अस्पताल नहीं है. अब बुराड़ी क्षेत्र में बड़ा अस्पताल होने के बाद सरकार की जिम्मेदारी बनती है कि आसपास के विधानसभाओं की आबादी को देखते हुए जल्द से जल्द अस्पताल में मेडिकल सेवाएं बहाल करें.
अस्पताल बनने के बाद डॉक्टर स्टाफ भी पूरी तरह से काम करने के लिए आ रहा है. लेकिन अस्पताल को आम लोगों के लिए शुरू ने किया गया है. अब देखने वाली बात यह होगी कि सरकार कब तक इलाके के लोगों की मांग पर संज्ञान लेती है और अस्पताल को आम लोगों के लिए शुरू करती है.
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