नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में परीक्षा को लेकर अभी भी छात्रों में सहमति नहीं बन पा रही है. बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से परीक्षा लेने के निर्णय पर छात्र सवाल उठा रहे हैं.
यह भी पढ़ें:- 'ब्लैक डे' पर किसान नेता राकेश टिकैत ने बंधवाई काली पगड़ी
कोरोना महामारी सबसे ज्यादा युवा प्रभावित
छात्रों का कहना है कि इस महामारी से युवा सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं. ऐसे में उनकी मनःस्थिति ऐसे नहीं कि वह परीक्षा दे सके. साथ ही दूरदराज के क्षेत्र में बैठे छात्रों के पास पर्याप्त संसाधनों का भी अभाव है. जहां बैठकर परीक्षा देना उनके लिए किसी तरह से संभव नहीं है. ऐसे में उनकी मांग है कि जब तक स्थिति सामान्य नहीं होती परीक्षा आयोजित न की जाए. बता दें कि दो बार परीक्षा की तारीख टल चुकी है और अब विश्वविद्यालय प्रशासन ने फाइनल ईयर के छात्रों की परीक्षा 7 जून से आयोजित करने का फैसला किया है. हालांकि यह स्पष्ट किया है और किसी अन्य ईयर के छात्रों की परीक्षा आयोजित नहीं की जाएगी.
छात्र कर रहे हैं परीक्षा नहीं आयोजित करने की मांग
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय की तरफ से 7 जून से फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा आयोजित कराए जाने को लेकर लिए जा रहे फैसले के बीच छात्रों ने अपनी बात रखी है. छात्रों का कहना है कि इस समय महामारी से पूरा देश ही नहीं पूरा विश्व पीड़ित है. ऐसे में जितना आर्थिक नुकसान हो रहा है उतना ही लोग मानसिक तौर पर भी परेशान है. ऐसे में परीक्षा आयोजित नहीं की जानी चाहिए. साथ ही कहा कि फिलहाल की स्थिति में कोई भी छात्र परीक्षा देने की स्थिति में नहीं है.
परीक्षा के लिए छात्र मानसिक तौर पर तैयार नहीं
ऐसे में छात्रों का कहना है कि बहुत से छात्रों के परिवार कोरोना संक्रमित हैं तो कई छात्र खुद भी इस महामारी का शिकार हो चुके हैं. ऐसे में जितना वह शारीरिक कमजोरी से परेशान हैं उतनी ही ज्यादा उन्हें मानसिक परेशानी भी हो रही है. ऐसे में उनकी मनःस्थिति ऐसी नहीं है कि वह परीक्षा की तैयारी कर 4 घंटे की परीक्षा दे सकें.
कई छात्रों के पास नहीं है संसाधन
वहीं छात्रों का कहना है कि इस समय बहुत से छात्र ऐसी जगह पर है जहां पर संसाधन का अभाव है. इंटरनेट कनेक्टिविटी बहुत ही कमजोर है. इस तरह की परिस्थिति में कोई अन्य विकल्प ना होने पर छात्र परीक्षा देने का जोखिम नहीं ले सकते. ऐसे में छात्रों ने दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि वह हर पहलू पर विचार कर परीक्षा को लेकर कोई निर्णय ले और यदि संभव हो तो फिलहाल परीक्षाएं रद्द करा दी जाए क्योंकि यह समय परीक्षा आयोजन का नहीं बल्कि छात्रों को मानसिक सहयोग देने का है.
अब तक दो बार टल चुकी है परीक्षा
बता दें कि दिल्ली विश्वविद्यालय में 7 जून से फाइनल ईयर के छात्रों की ऑनलाइन ओपन बुक परीक्षा होगी. यह परीक्षा अब तक दो बार टाली जा चुकी है पहले परीक्षा 15 मई से शुरू होनी फिर उसे टाल कर 1 जून तक के लिए टला गया.मालूम हो कि सेकंड ईयर के छात्रों की असाइनमेंट बेस्ड परीक्षा होगी.