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ISI, आतंकवादियों और अंडरवर्ल्ड का गठजोड़, दाऊद का भाई कर रहा टेरर फंडिंग

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिस आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया है, उसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के आतंकियों और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम के गठजोड़ का भी पर्दाफाश हुआ है.

स्पेशल सेल ने आतंकियों को गिरफ्तार किया
स्पेशल सेल ने आतंकियों को गिरफ्तार किया
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Published : Sep 14, 2021, 9:16 PM IST

Updated : Sep 15, 2021, 10:19 AM IST

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिस आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया है, उसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के आतंकियों और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम के गठजोड़ का भी पर्दाफाश हुआ है. स्पेशल सेल के ऑपरेशन में यह खुलासा हुआ है कि अनीस इब्राहिम पाकिस्तान में मौजूद है और वह पूरे ऑपरेशन के लिए फंडिंग कर रहा था. रुपये के साथ हथियार मुहैया कराना भी उसकी जिम्मेदारी थी. इसके लिए उसने अंडरवर्ल्ड के अपराधियों को भी जोड़ रखा था.


पुलिस सूत्रों के अनुसार, अंडरवर्ल्ड के स्लीपर सेल के अपराधियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI द्वारा युवाओं को प्रभावित करने के निर्देश दिए गए थे. पाकिस्तान में बैठा दाऊद का भाई अनीस इब्राहिम महाराष्ट्र में बैठे गुर्गे समीर के जरिए ऑपरेशन को अंजाम दिलवा रहा था. समीर का पाकिस्तानी आतंकियों से भी संपर्क करवाया गया था, जो उसे ब्लास्ट की तैयारियों के लिए निर्देश दे रहे थे. ब्लास्ट के लिए आईडी और अत्याधुनिक हथियार ग्रेनेड पहुंचाने के लिए भी उसे ही काम सौंपा गया था.

स्पेशल सेल ने आतंकियों को गिरफ्तार किया
पुलिस को यह भी पता चला है कि ओसामा और जीशान पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आने के बाद से ISI के इशारों पर ही काम कर रहे थे. उन्हें पाकिस्तान में बैठे ISI के गुर्गे दिल्ली, यूपी और महाराष्ट्र में ब्लास्ट करने के लिए तैयार कर रहे थे. पुलिस को यह भी पता चला है कि उनके पास जो हथियार पहुंचाए गए थे, उसे यूपी में छिपा कर रखा गया था. वहां से उसकी बरामदगी हुई है. पुलिस को पता चला है कि जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया और मूलचंद को अनीस इब्राहिम ने हथियार दिल्ली तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी थी. इसे दिल्ली से मुंबई और यूपी में पहुंचाया जाना था.


पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि बीते 22 अप्रैल को ओसामा लखनऊ से मस्कट गया था, जहां वह जीशान से मिला. वहां से कई जगह से समुद्री रास्ते घुमाते हुए पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट पर ले जाया गया था. वहां उन्हें पाकिस्तान का एक युवक मिला, जो उन्हें फाटा स्थित एक फार्म हाउस पर ले गया था. वहां पर पहले से ही दो पाकिस्तानी नागरिक थे, जिनके नाम जब्बार और हमजा हैं. उन्होंने दोनों को ट्रेनिंग दी. वह हमेशा मिलिट्री यूनिफार्म पहन कर रहते थे. पुलिस फिलहाल इन आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश कर रिमांड पर लेगी, जहां से इनसे आगे पूछताछ की जाएगी.

नई दिल्लीः दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जिस आतंकी साजिश का पर्दाफाश किया है, उसमें पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के आतंकियों और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम के गठजोड़ का भी पर्दाफाश हुआ है. स्पेशल सेल के ऑपरेशन में यह खुलासा हुआ है कि अनीस इब्राहिम पाकिस्तान में मौजूद है और वह पूरे ऑपरेशन के लिए फंडिंग कर रहा था. रुपये के साथ हथियार मुहैया कराना भी उसकी जिम्मेदारी थी. इसके लिए उसने अंडरवर्ल्ड के अपराधियों को भी जोड़ रखा था.


पुलिस सूत्रों के अनुसार, अंडरवर्ल्ड के स्लीपर सेल के अपराधियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI द्वारा युवाओं को प्रभावित करने के निर्देश दिए गए थे. पाकिस्तान में बैठा दाऊद का भाई अनीस इब्राहिम महाराष्ट्र में बैठे गुर्गे समीर के जरिए ऑपरेशन को अंजाम दिलवा रहा था. समीर का पाकिस्तानी आतंकियों से भी संपर्क करवाया गया था, जो उसे ब्लास्ट की तैयारियों के लिए निर्देश दे रहे थे. ब्लास्ट के लिए आईडी और अत्याधुनिक हथियार ग्रेनेड पहुंचाने के लिए भी उसे ही काम सौंपा गया था.

स्पेशल सेल ने आतंकियों को गिरफ्तार किया
पुलिस को यह भी पता चला है कि ओसामा और जीशान पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर आने के बाद से ISI के इशारों पर ही काम कर रहे थे. उन्हें पाकिस्तान में बैठे ISI के गुर्गे दिल्ली, यूपी और महाराष्ट्र में ब्लास्ट करने के लिए तैयार कर रहे थे. पुलिस को यह भी पता चला है कि उनके पास जो हथियार पहुंचाए गए थे, उसे यूपी में छिपा कर रखा गया था. वहां से उसकी बरामदगी हुई है. पुलिस को पता चला है कि जान मोहम्मद शेख उर्फ समीर कालिया और मूलचंद को अनीस इब्राहिम ने हथियार दिल्ली तक पहुंचाने की जिम्मेदारी सौंपी थी. इसे दिल्ली से मुंबई और यूपी में पहुंचाया जाना था.


पुलिस को पूछताछ में पता चला है कि बीते 22 अप्रैल को ओसामा लखनऊ से मस्कट गया था, जहां वह जीशान से मिला. वहां से कई जगह से समुद्री रास्ते घुमाते हुए पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट पर ले जाया गया था. वहां उन्हें पाकिस्तान का एक युवक मिला, जो उन्हें फाटा स्थित एक फार्म हाउस पर ले गया था. वहां पर पहले से ही दो पाकिस्तानी नागरिक थे, जिनके नाम जब्बार और हमजा हैं. उन्होंने दोनों को ट्रेनिंग दी. वह हमेशा मिलिट्री यूनिफार्म पहन कर रहते थे. पुलिस फिलहाल इन आरोपियों को अदालत के समक्ष पेश कर रिमांड पर लेगी, जहां से इनसे आगे पूछताछ की जाएगी.
Last Updated : Sep 15, 2021, 10:19 AM IST
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