नई दिल्ली: गिरफ्तार किया गया अब्दुल यूसुफ उर्फ मोहम्मद मुश्तकीम उर्फ यूसुफ दिल्ली में भीड़ वाली किसी जगह पर धमाका करने वाला था. इसके लिए उसने भीड़ वाली कुछ जगहों की रेकी भी की थी. उसने यह भी बताया है कि गांव में हल्के आईईडी के धमाके की टेस्टिंग उसने अपने गांव के कब्रिस्तान में की थी. इस हमले के बाद उसे फिदायीन हमले के लिए भी तैयार किया गया था. हालांकि उसे यह नहीं बताया गया कि उसे कहां हमला करना था.
दिल्ली पुलिस को आरोपी ने बताया कि वर्ष 2015 में वह सोशल मीडिया के जरिये आईएसआईएस के संपर्क में आया. वह सबसे पहले यूसुफ अल हिंदी के संपर्क में आया. उससे बातचीत में वह काफी प्रभावित हुआ. इसके बाद से वह यूसुफ अल हिंदी के इशारे पर चल रहा था. इस दौरान सीरिया में यूसुफ मारा गया. इसके बाद वह अबू हजाफा अल पाकिस्तानी के संपर्क में था. पिछले साल अबू हजाफा अल पाकिस्तानी की भी ड्रोन हमले में हत्या हो गई थी. इसके बाद से एक नए हैंडलर के इशारे पर वह काम कर रहा था.
फिदायीन हमले की भी है तैयारी
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसे दिल्ली में धमाके करने के निर्देश मिले थे. इसके लिए उसने कुछ दिन पहले आईईडी की हल्की डिवाइस बनाकर उसने अपने गांव के एक कब्रिस्तान में टेस्ट किया था. सुरक्षा के चलते वह 15 अगस्त पर दिल्ली नहीं आ सकता था. इसलिए वह अब दिल्ली आया था. उसे लगा कि स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के सम्पन्न होने पर सुरक्षा व्यवस्था ढीली हो गई होगी.
इसलिए वह अब हमला कर सकता है. इसलिए वह दो प्रेसर कुकर आईडी बनाकर लाया था. यह पूरी तरह से तैयार आईईडी थी जिसमें केवल टाइमर लगाना बचा था. इसे टाइमर लगाने के बाद उसे भीड़ वाली जगह पर धमाका करना था. इतना ही नहीं इसके बाद उसे फिदायीन हमला करना था. इसके लिए उसे तैयार रहने को कहा गया था.
आठ दिन का रिमांड लेकर चलेगी पूछताछ
आरोपी को अदालत में पेश कर पुलिस ने उसे आठ दिन की रिमांड पर लिया है. पुलिस टीम उसे लेकर यूपी के बलरामपुर स्थित उसके घर गई है जहां छापेमारी की जाएगी. उससे जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी पूछताछ चल रही है. इसके साथ ही पुलिस उसके हैंडलर को लेकर भी जानकारी जुटाई जा रही है. पूछताछ से पता चला है कि वह बेहद ही शातिर है. वह लगातार पुलिस को बरगलाने का प्रयास कर रहा है.