नई दिल्लीः दिल्ली के निजी स्कूलों द्वारा ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के बच्चों को फीस के चलते स्कूल से निकाले जाने का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. दिल्ली पेरेंट्स एसोसिएशन की अध्यक्ष अपराजिता गौतम ने इस मसले को लेकर दिल्ली सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि स्कूलों के इस रवैये के चलते अभिभावक बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं. वे सीमित आय में उन्हें कैसे शिक्षा देंगे, यह उनके लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गया है.
अभिभावकों के लिए फीस देना संभव नहीं
अपराजिता का कहना है कि जिस बच्चे ने 10 साल की पढ़ाई एक ही स्कूल में रहकर की है. ऐसे में अचानक से उस बच्चे को स्कूल से निकाल देना, उसके लिए मानसिक तौर पर भी बहुत बड़ा आघात है. उन्होंने ऐसे बच्चों के अभिभावकों के लिए भी चिंता जाहिर की है. उनका कहना है कि सीमित आय में घर चलाने वाले बच्चों के अभिभावक अब अचानक से फीस की मोटी रकम भरकर किस तरह बच्चों को पढ़ा पाएंगे.
शिक्षा पर फीस पड़ी भारी
उन्होंने दिल्ली सरकार पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जिस शिक्षा को दिल्ली सरकार वर्ल्ड मॉडल करार दे रही है और वाहवाही लूट रही है. उसी शिक्षा पद्धति में फीस बच्चों की पढ़ाई पर भारी पड़ रही है. उन्होंने दिल्ली सरकार से गुहार लगाई है कि वह इन अभिभावकों की चिंता को संज्ञान में लेते हुए और स्कूल के इस मनमाने रवैये पर लगाम कसें और कुछ इस तरह की व्यवस्था करें कि बच्चे वापस उसी स्कूल में ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के तहत आगे की शिक्षा ले सकें.