नई दिल्ली: राजधानी के केशव पुरम जोन के बाहर आज कांग्रेस के तमाम नेताओं ने सफाई कर्मचारियों का साथ देते हुए धरना प्रदर्शन किया. इस धरना प्रदर्शन के जरिए कांग्रेस में एमसीडी और दिल्ली सरकार दोनों को ही घेरते हुए आरोप लगाया कि दोनों ही सरकारें सफाई कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है.
प्रदर्शनकारी नेताओं ने कहा कि कोविड-19 के दौरान सफाई कर्मचारियों ने काम किया और उनकी जान चली गई, उन्हें एक करोड़ रुपये मुआवजे की बात की गई थी, लेकिन नहीं दिया गया.
कांग्रेस ने दिल्ली सरकार और नगर निगम दोनों को लिया आड़े हाथ
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि दिल्ली सरकार के मुखिया केजरीवाल दिल्ली से बाहर जाकर पीड़ित परिवारों को एक-एक करोड़ का मुआवजा दे देते हैं, लेकिन दिल्ली में सफाई कर्मचारियों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है. उनको दो खेमों में बांटा गया है. कांग्रेस नेता जयकिशन ने तो मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चेतावनी तक दे डाली कि वह दिल्ली की जनता के बीच में आकर के सफाई कर्मचारियों की मांगों पर बात करें, जिस दौरान बाकी दल भी मौजूद रहेंगे. उसी समय उनसे जवाब लिया जाएगा कि उन्होंने सफाई कर्मचारियों के लिए क्या कुछ किया है, क्योंकि इस सफाई कर्मचारियों को समय पर वेतन तक नहीं मिल रहा है.
कांग्रेस प्रदर्शन के जरिए निगम चुनाव की भी कर रही तैयारी
बता दें कि कांग्रेस इस तरीके का प्रदर्शन के जरिए नगर निगम चुनाव की तैयारियां भी कर रही है. क्योंकि एमसीडी कर्मचारी और सफाई कर्मचारियों की मांग पर ही प्रदर्शन किया जा रहा है. जिसके जरिए कांग्रेस राजधानी दिल्ली में अपनी खोई हुई जमीन तलाशने की कोशिश कर रही है. आने वाले साल में नगर निगम के चुनाव होने हैं और यहीं वजह है कि कांग्रेस अब पूरी तरीके से फ्रंट फुट पर आकर सफाई कर्मचारियों का साथ देते हुए दिल्ली सरकार और नगर निगम के खिलाफ प्रदर्शन कर रही है.