नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से जुड़ी ईवीएम को आईटीआई नंद नगरी में व्यापक सुरक्षा प्रबंधों के बीच रखा गया है. दिल्ली पुलिस को बाहरी सुरक्षा जबकि आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी सेंट्रल सिक्योरिटी एजेंसी के हवाले है.
गौरतलब है कि गत 12 मई को दिल्ली की सात लोकसभा सीटों के लिए वोटिंग हुई थी और आगामी 23 मई को आईटीआई में काउंटिंग होनी है. ऐसे में ईवीएम मशीनों को कड़ी सुरक्षा के बीच आईटीआई में रखा गया है.
तीन चक्रीय घेरे में होगी सुरक्षा
काउंटिंग सेंटर को सुरक्षा के लिहाज से तीन चक्रीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है. सबसे बाहरी सुरक्षा घेरा दिल्ली पुलिस का है जबकि अंदरूनी दोनों सुरक्षा घेरे केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी के हवाले हैं. उत्तर पूर्वी जिले के एडीएम मनोज कुमार द्विवेदी को ईवीएम मशीनों का नोडल अधिकारी बनाया गया है.
एडीएम मनोज कुमार ने बताया कि वोटिंग प्रक्रिया सम्पन्न होने के बाद पूरी सुरक्षा के बीच ईवीएम मशीनों और वीवीपैट को सील करने के बाद आईटीआई नंदनगरी में रखवा दिया गया है. इसके बाद ईवीएम और वीवीपैट की सुरक्षा का जिम्मा केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के हवाले कर दिया गया है.
कर्मचारियों को दी जा रही स्पेशल ट्रेनिंग
आगामी 23 मई को होने वाली वोटों की गिनती के लिए जिला प्रशासन द्वारा कर्मचारियों को खास किस्म की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि काउंटिंग के दौरान आने वाली किसी भी दिक्कत को समय से सही किया जा सके. जिला प्रशासन ने इसके लिए अंबेडकर कॉलेज में बाकायदा एक ट्रेनिंग कैंप का भी आयोजन किया है. जिसका नेतृत्व खुद जिलाधिकारी/रिटर्निंग ऑफिसर शशि कौशल कर रही थीं.