नई दिल्ली: ऐतिहासिक नगरी महरौली की लगभग 75 फीसदी सड़कें टूटी हुई हैं. सड़कों पर जगह-जगह गड्ढे हैं, जिसमें पानी जमा हो जाता है. ऐसे में पैदल यात्रियों को भी मुश्किल होती है. बरसात में गड्ढों में पानी भर जाता है जिस वजह से हादसे होने का डर भी बना रहता है.
जानकारी के अनुसार दिल्ली जल बोर्ड ने जगह-जगह पाइप लाइन बिछाने एवं सीवर को ठीक करने के लिए सड़क उखाड़ी थी, लेकिन उसके बाद उसको ठीक नहीं किया गया. महरौली में शायद ही किसी सड़क की हालत सही होगी. यहां सभी सड़कें टूटी हुई हैं. जगह-जगह सड़क पर गड्ढे हैं. स्थानीय पार्षद इसका ठीकरा बिजली विभाग और जल बोर्ड पर फोड़ रही हैं तो वहीं आम जनता को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
पार्षद ने जल बोर्ड और बिजली पर फोड़ा ठीकरा
सड़कों की दुर्दशा पर स्थानीय पार्षद आरती सिंह का कहना है कि कोरोना काल में पांच महीने के लॉकडाउन के कारण मजदूर दिल्ली छोड़ कर चले गए थे. इस कारण ये सड़क नहीं बन पाई हैं.
नहीं दिया कम्प्लीटेशन सर्टिफिकेट
साथ ही उन्होंने दिल्ली जल बोर्ड और बिजली विभाग पर आरोप लगाया कि दोनों विभागों काम करने के लिए सड़कें उखाड़ीं, लेकिन कम्प्लीटेशन सर्टिफिकेट MCD को नहीं दिया. इस कारण इन सड़कों को ठीक नहीं किया गया था. बहरहाल पार्षद आरती सिंह ने बताया कि अब सड़कें बनाने का काम शुरू हो गया है. जल्द ही महरौली की सभी सड़कों को दुरुस्त कर दिया जाएगा.