नई दिल्ली : दिल्ली में सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी कोरोना की स्थिति लगातार भयावह होती जा रही है. बुधवार को दिल्ली में कोरोना के रिकॉर्ड 17 हजार 282 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 7 लाख 67 हजार 438 हो गया है. वहीं 104 मरीजों की मौत हुई है. जो कि 30 नवम्बर 2020 के बाद से सबसे ज्यादा है. 30 नवम्बर को एक दिन में 108 मरीजों की मौत हुई थी. इसके बाद कोरोना से मरने वालो की कुल संख्या 11 हजार 540 हो गई है.
कोरोना संक्रमित मरीजों की तुलना में अस्पतालों के खाली बेड्स की बात करें तो जबकि दिल्ली में अस्पतालों, कोविड केयर अस्पताल और कोविड हेल्थ सेंटर को मिलाकर कुल 9745 बेड बचे हैं, जबकि दिल्ली में एक दिन में 17 हजार 282 मामले सामने आ चुके हैं.
ऐसे में दिल्ली सरकार बेड्स की किल्लत को दूर करने का लगातार प्रयास कर रही है. जिसमें14 प्राइवेट अस्पतालों को कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल में बदल दिया गया है. मैरिज हॉल और बैक्विट हाल को भी टंपरेटी कोविड हॉस्पिटल में बदलने का निर्णय लिया गया है, यही नहीं फाइव स्टार होटल में कोरोना का इलाज किया जाएगा, इसके लिए मरीज को 5 हजार रोजाना देने होंगे. इसके अलावा सभी कोविड अस्पतालों में बेड्स बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं.
दिल्ली सरकार तमाम प्रयासों के बाद भी कोरोना के मामले थमने नहीं ले रहे हैं. जिसके चलते केजरीवाल आज एलजी के साथ बैठक करने वाले हैं, जिसमें दिल्ली में लॉकडाउन पर भी फैसला हो सकता है, क्योंकि केजरीवाल पहले ही कह चुके हैं कि यदि कोरोना केस बढ़ते हैं तो दिल्ली में लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है.