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DTU में 'तीसरी आंख' की निगरानी में होगी बीटेक फाइनल ईयर की परीक्षा

ऑनलाइन परीक्षा के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने को लेकर डीटीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के भीषण समय को देखते हुए उन्होंने यह निर्णय लिया है कि फाइनल सेमेस्टर के एग्जाम ऑनलाइन लिए जाए.

BTech final year students onlien exam will be done in DTU
BTech final year students onlien exam will be done in DTU
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Published : May 6, 2020, 8:40 PM IST

नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) ने बीटेक फाइनल ईयर की ऑनलाइन परीक्षा कराने का फैसला लिया है. ऑनलाइन परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की नकल की गुंजाइश ना हो इसको लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा दिया जाएगा.

निगरानी में होगी छात्रों की परीक्षा

जिससे परीक्षार्थियों के कंप्यूटर में लगे कैमरे के जरिए उन पर नजर बनाए रखी जाएगी. वहीं इसको लेकर डीटीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने कहा कि यह ऑनलाइन परीक्षा पूरी तरह सुपरवाईज्ड परीक्षा होगी. साथ ही 15 जून तक फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा पूरी कर ली जाएगी.



आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए आयोजित होगी परीक्षा


ऑनलाइन परीक्षा के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने को लेकर डीटीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के भीषण समय को देखते हुए उन्होंने यह निर्णय लिया है कि फाइनल सेमेस्टर के एग्जाम ऑनलाइन लिए जाए.

उन्होंने कहा कि ऑनलाइन एग्जाम में कई तरह की चुनौतियां भी हैं. सबसे बड़ी चुनौती तो यही कि छात्र परीक्षा पास करने के लिए किसी अनुचित तरीके का प्रयोग ना करें. साथ ही नकल की कोई गुंजाइश ना हो इसको लेकर आर्टिफिशियल तकनीक का सहारा लिया गया है.

उन्होंने बताया कि छात्रों की ऑनलाइन परीक्षा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित प्रॉक्टोरिंग से होगी. प्रॉक्टोरिंग एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर काम करता है. इस प्रणाली की परीक्षा के दौरान छात्र का कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से जुड़ जाता है जिससे कंप्यूटर या लैपटॉप पर लगा कैमरा छात्र की निगरानी करने लगता है.



प्रोक्टरिंग के जरिए छात्रों की मूवमेंट पर रहेगी नजर

उन्होंने बताया कि प्रोक्टरिंग द्वारा परीक्षा आयोजित कराने पर बच्चों के कंप्यूटर में लगे कैमरे के जरिए परीक्षार्थियों की आंखों और हाथों की मूवमेंट पर निगरानी रखी जा सकेगी. साथ ही यह भी पता लगाया जा सकेगा कि छात्र कोई अनुचित तरीका तो इस्तेमाल नहीं कर रहा या जहां से वह परीक्षा दे रहा है वहां कोई बाहरी व्यक्ति प्रवेश तो नहीं कर रहा. इस तकनीक के प्रयोग के चलते यदि छात्र परीक्षा के दौरान अपनी स्थिति बदलता है या आगे पीछे होता है तो उसे चेतावनी जारी की जाती है. दो बार चेतावनी मिलने के बाद तीसरी बार छात्र को परीक्षा से बाहर कर दिया जाता है.



15 जून तक पूरी हो जाएगी परीक्षा


वहीं प्रोफेसर योगेश ने बताया कि विश्वविद्यालय की पूरी कोशिश रहेगी कि मई के आखिरी सप्ताह से यह परीक्षा शुरू हो जाए और 15 जून तक परीक्षा पूरी कर ली जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि इस परीक्षा के परिणाम भी जल्दी ही घोषित कर दिए जाएंगे.

बता दें कि डीटीयू में बीटेक फाइनल ईयर की ऑनलाइन परीक्षा 2 घंटे की होगी जिसमें परीक्षा तीन मोड सब्जेक्टिव, मल्टीपल चॉइस और केस स्टडी विद प्रेजेंटेशन पर आधारित होगी.

नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दिल्ली टेक्निकल यूनिवर्सिटी (डीटीयू) ने बीटेक फाइनल ईयर की ऑनलाइन परीक्षा कराने का फैसला लिया है. ऑनलाइन परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की नकल की गुंजाइश ना हो इसको लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का सहारा दिया जाएगा.

निगरानी में होगी छात्रों की परीक्षा

जिससे परीक्षार्थियों के कंप्यूटर में लगे कैमरे के जरिए उन पर नजर बनाए रखी जाएगी. वहीं इसको लेकर डीटीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने कहा कि यह ऑनलाइन परीक्षा पूरी तरह सुपरवाईज्ड परीक्षा होगी. साथ ही 15 जून तक फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा पूरी कर ली जाएगी.



आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए आयोजित होगी परीक्षा


ऑनलाइन परीक्षा के दौरान आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करने को लेकर डीटीयू के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी के भीषण समय को देखते हुए उन्होंने यह निर्णय लिया है कि फाइनल सेमेस्टर के एग्जाम ऑनलाइन लिए जाए.

उन्होंने कहा कि ऑनलाइन एग्जाम में कई तरह की चुनौतियां भी हैं. सबसे बड़ी चुनौती तो यही कि छात्र परीक्षा पास करने के लिए किसी अनुचित तरीके का प्रयोग ना करें. साथ ही नकल की कोई गुंजाइश ना हो इसको लेकर आर्टिफिशियल तकनीक का सहारा लिया गया है.

उन्होंने बताया कि छात्रों की ऑनलाइन परीक्षा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित प्रॉक्टोरिंग से होगी. प्रॉक्टोरिंग एक ऐसा सॉफ्टवेयर होता है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के आधार पर काम करता है. इस प्रणाली की परीक्षा के दौरान छात्र का कंप्यूटर सॉफ्टवेयर से जुड़ जाता है जिससे कंप्यूटर या लैपटॉप पर लगा कैमरा छात्र की निगरानी करने लगता है.



प्रोक्टरिंग के जरिए छात्रों की मूवमेंट पर रहेगी नजर

उन्होंने बताया कि प्रोक्टरिंग द्वारा परीक्षा आयोजित कराने पर बच्चों के कंप्यूटर में लगे कैमरे के जरिए परीक्षार्थियों की आंखों और हाथों की मूवमेंट पर निगरानी रखी जा सकेगी. साथ ही यह भी पता लगाया जा सकेगा कि छात्र कोई अनुचित तरीका तो इस्तेमाल नहीं कर रहा या जहां से वह परीक्षा दे रहा है वहां कोई बाहरी व्यक्ति प्रवेश तो नहीं कर रहा. इस तकनीक के प्रयोग के चलते यदि छात्र परीक्षा के दौरान अपनी स्थिति बदलता है या आगे पीछे होता है तो उसे चेतावनी जारी की जाती है. दो बार चेतावनी मिलने के बाद तीसरी बार छात्र को परीक्षा से बाहर कर दिया जाता है.



15 जून तक पूरी हो जाएगी परीक्षा


वहीं प्रोफेसर योगेश ने बताया कि विश्वविद्यालय की पूरी कोशिश रहेगी कि मई के आखिरी सप्ताह से यह परीक्षा शुरू हो जाए और 15 जून तक परीक्षा पूरी कर ली जाए. साथ ही उन्होंने कहा कि इस परीक्षा के परिणाम भी जल्दी ही घोषित कर दिए जाएंगे.

बता दें कि डीटीयू में बीटेक फाइनल ईयर की ऑनलाइन परीक्षा 2 घंटे की होगी जिसमें परीक्षा तीन मोड सब्जेक्टिव, मल्टीपल चॉइस और केस स्टडी विद प्रेजेंटेशन पर आधारित होगी.

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