नई दिल्ली: रोहिणी जिला स्पेशल स्टाफ पुलिस ने महज 24 घंटे में बेगमपुर इलाके में हुए मर्डर की गुत्थी को सुलझा लिया है. मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी ने ही हत्या की साजिश रची थी. आरोपी प्रेमी ने अपने साथियों के साथ मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया. गोली मारकर हत्या की गई थी. पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी समेत सात लोगों गिरफ्तार किया है. आरोपियों से एक पिस्टल, एक कट्टे समेत 10 जिंदा कारतूस और आधा दर्जन मोबाइल फ़ोन के साथ दो मोटरसाइकिल भी बरामद किए गए हैं. आरोपी प्रेमी ने वारदात में शामिल सभी अन्य आरोपियों को 4-4 लाख रुपये देने का वादा किया था.
रोहिणी जिले की एडिशनल डीसीपी बिस्मा काज़ी ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों की पहचान रिंकू पंवार, सौरभ चौधरी, प्रशांत, गौरव तेवतिया, परविंदर उर्फ पम्मी, विशन कुमार उर्फ विश के रूप में हुई है. आरोपियों के कब्जे से दो बाइक, तीन पिस्टल, 10 कारतूस और आधा मोबाइल फोन जब्त किया है. गौरतलब है की सोमवार सुबह बेगमपुर पुलिस को पांच बजकर 53 मिनट पर हेलीपैड लाल बत्ती के पास रिठाला निवासी दूध विक्रेता प्रदीप की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इसके बाद बेगमपुर थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया. बेगमपुर एसएचओ और रोहिणी जिला स्पेशल स्टॉफ एसीपी ब्रह्मजीत, इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह के निर्देशन में एसआई सुशील, एएसआई नीरज, एएसआई रूपेश, एएसआई सुरेश, हेड कांस्टेबल स्वराज, विनोद कांस्टेबल विकास, सनी को आरोपियों को पकडऩे का जिम्मा सौंपा. और आखिरकार जिले की स्पेशल स्टाफ की टीम ने सभी आरोपियों को धर दबोचा.
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मृतक प्रदीप माता पिता का इकलौता बेटा था. 2008 में उसकी शादी हुई थी. प्रदीप की बेगमपुर इलाके में एक बड़ी दूध की डेयरी थी. वह हर रोज अपनी बाइक से अकेला दूध की सप्लाई करता था. परिवार से पता चला कि उनका कोई दुश्मन नहीं है और न ही उनको किसी से कोई उधार देना व लेना था. पुलिस टीम को परिवार से पूछताछ करने पर मामला घर की रंजिश का ही लगा. पुलिस ने वारदात के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. पुलिस ने अपने हयूमैन सॉर्से से परिवार वालों के बारे में पता किया. जिसमें पता चला कि मृतक प्रदीप पाल की पत्नी से अच्छे संबंध नहीं थे. उसकी पत्नी के पिछले करीब आठ सालों से गौरव तेवतिया नाम के व्यक्ति के साथ अवैध संबंध थे. जो उन्हीं का किरायेदार था. जिसको लेकर प्रदीप का अक्सर पत्नी से झगड़ा होता रहता था. पुलिस ने मृतक की पत्नी और गौरव के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खंगाली. जिसके कई महत्वपूर्ण सबूत मिले, जिसमें देवली खानपुर, सुल्तानपुरी और गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर (यूपी) में आरोपी व्यक्तियों के स्थानों का पता लगा. उसके कई दोस्तों और परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई. आरोपियों के ठिकानों पर छापेमारी करने के बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया.
पूछताछ करने पर पता चला कि प्रदीप की पत्नी और गौरव शादी करके एक साथ रहना चाहते थे, लेकिन सबसे बड़ा कांटा प्रदीप था. आखिरकार गौरव और उसकी प्रेमिका ने आखिरकार प्रदीप को अपने रास्ते से हटाने का फैसला किया. गौरव ने अपने दोस्तों के साथ पूरी साजिश रची. हत्या को अंजाम देने के लिए अपने प्रत्येक साथी को 4 लाख देने की पेशकश की थी. खुलासा होने के बाद परिवार और आसपास के लोग भी हैरान और परेशान है. लेकिन इस वारदात ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि अवैध सम्बंध के चलते न सिर्फ एक परिवार उजड़ गया है बल्कि 3 छोटे बच्चो के सिर से पिता का साया भी उठ गया.
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