नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कमरे बनाने के नाम पर भाजपा ने दिल्ली सरकार पर घोटाले का आरोप लगाया है और अब इसकी शिकायत लोकायुक्त अदालत से की गई.
'केजरीवाल सरकार ने किया 2000 करोड़ का घोटाला', शिकायत लेकर लोकायुक्त के पास पहुंचा BJP दल - against
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया था कि सरकारी स्कूलों में एक नए कमरे बनाने में 25-25 करोड़ रुपए का खर्च दिखाया है. एक कमरे के निर्माण में इतनी बड़ी रकम कैसे खर्च हो सकती है?
बीजेपी ने की लोकायुक्त से शिकायत
नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कमरे बनाने के नाम पर भाजपा ने दिल्ली सरकार पर घोटाले का आरोप लगाया है और अब इसकी शिकायत लोकायुक्त अदालत से की गई.
Intro:नई दिल्ली. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में कमरे बनाने के नाम पर भाजपा ने दिल्ली सरकार पर घोटाले का आरोप लगाया है और अब इसकी शिकायत लोकायुक्त अदालत से की गई.
Body:प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया था कि सरकारी स्कूलों में एक नए कमरे बनाने में 25-25 करोड़ रुपए का खर्च दिखाया है. एक कमरे के निर्माण में इतनी बड़ी रकम कैसे खर्च हो सकती है? इस पर सवाल उठाते हुए मनोज तिवारी ने दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया तथा लोक निर्माण विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन से सफाई मांगी थी.
भाजपा ने इस आरोप के बाद बृहस्पतिवार को पूरे मामले की जांच के लिए दिल्ली के लोकायुक्त अदालत में शिकायत की है. बृहस्पतिवार दोपहर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना, नीलकांत बक्शी समेत अन्य पदाधिकारी लोकायुक्त अदालत में पहुंच कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने के लिए अपनी शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद हरीश खुराना ने बताया कि यह शिकायत प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी की तरफ से दर्ज कराई गई है. चूंकि संसद का सत्र चल रहा है और मनोज तिवारी उसमें शामिल हैं इसलिए उनके तरफ से वे सब कंप्लेंट दर्ज कराने आए हैं. उन्होंने लोकायुक्त अदालत से मामले की जल्द सुनवाई करने की भी गुजारिश की है.
हरीश खुराना ने कहा कि अभी तक जितने कमरों का निर्माण हुआ है उसमें तकरीबन 2000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. दिल्ली वालों का पैसा इस तरह सरकार को दुरुपयोग करने नहीं देंगे और इसकी अंतिम जांच तक वे सब लड़ते रहेंगे.
Conclusion:बता दें कि प्रदेश भाजपा ने आरटीआई के तहत पूछे गए सवालों में जो जानकारी मिली है उसके आधार पर दिल्ली सरकार पर स्कूली कमरों के निर्माण में 25 करोड़ रुपए खर्च होने तक का आरोप लगाया है. इसके साथ ही नर्सरी स्कूलों में जो कमरे बनाए जा रहे हैं उसे एक कमरे के निर्माण में 28 करोड़ की लागत की भी बात सामने आई है और अब चुनावी वर्ष में प्रदेश भाजपा दिल्ली सरकार को इन मुद्दों पर खेलते हुए आगे बढ़ने की कोशिश में जुट गई है.
समाप्त, आशुतोष झा
Body:प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली सरकार पर आरोप लगाया था कि सरकारी स्कूलों में एक नए कमरे बनाने में 25-25 करोड़ रुपए का खर्च दिखाया है. एक कमरे के निर्माण में इतनी बड़ी रकम कैसे खर्च हो सकती है? इस पर सवाल उठाते हुए मनोज तिवारी ने दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया तथा लोक निर्माण विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन से सफाई मांगी थी.
भाजपा ने इस आरोप के बाद बृहस्पतिवार को पूरे मामले की जांच के लिए दिल्ली के लोकायुक्त अदालत में शिकायत की है. बृहस्पतिवार दोपहर प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता हरीश खुराना, नीलकांत बक्शी समेत अन्य पदाधिकारी लोकायुक्त अदालत में पहुंच कर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराने के लिए अपनी शिकायत दर्ज कराई. इसके बाद हरीश खुराना ने बताया कि यह शिकायत प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी की तरफ से दर्ज कराई गई है. चूंकि संसद का सत्र चल रहा है और मनोज तिवारी उसमें शामिल हैं इसलिए उनके तरफ से वे सब कंप्लेंट दर्ज कराने आए हैं. उन्होंने लोकायुक्त अदालत से मामले की जल्द सुनवाई करने की भी गुजारिश की है.
हरीश खुराना ने कहा कि अभी तक जितने कमरों का निर्माण हुआ है उसमें तकरीबन 2000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. दिल्ली वालों का पैसा इस तरह सरकार को दुरुपयोग करने नहीं देंगे और इसकी अंतिम जांच तक वे सब लड़ते रहेंगे.
Conclusion:बता दें कि प्रदेश भाजपा ने आरटीआई के तहत पूछे गए सवालों में जो जानकारी मिली है उसके आधार पर दिल्ली सरकार पर स्कूली कमरों के निर्माण में 25 करोड़ रुपए खर्च होने तक का आरोप लगाया है. इसके साथ ही नर्सरी स्कूलों में जो कमरे बनाए जा रहे हैं उसे एक कमरे के निर्माण में 28 करोड़ की लागत की भी बात सामने आई है और अब चुनावी वर्ष में प्रदेश भाजपा दिल्ली सरकार को इन मुद्दों पर खेलते हुए आगे बढ़ने की कोशिश में जुट गई है.
समाप्त, आशुतोष झा
Last Updated : Jul 4, 2019, 11:20 PM IST