नई दिल्ली: गुरु हरिकिशन पब्लिक स्कूल हरिनगर के मालिकाना हक को लेकर चल रही लड़ाई में अब एक नया मोड़ आ गया है. 2016 की जिस चिट्ठी के आधार पर तत्कालीन कमेटी अध्यक्ष मनजीत सिंह जीके पर स्कूल को सोसाइटी को सौंपने की बात कही जा रही थी. उसे कमिटी ने कोर्ट में उसे फर्जी बताया है. आरोप है कि सरदार मनजीत सिंह जी के ने सरदार अवतार सिंह हित के साथ मिलकर फर्जी चिट्टी को आधार बनाया और स्कूल हड़पने की कोशिश की. मामले में जीके के खिलाफ कार्यवाही की मांग की जा रही है.
मनजिंदर सिंह सिरसा ने की PC
आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कथित कारनामे से पर्दा उठाने का दावा किया. उन्होंने कहा कि दरअसल 2016 में गुरु हरकिशन पब्लिक स्कूल को हड़पने की कोशिश किसी और ने नहीं बल्कि कमेटी के तत्कालीन अध्यक्ष मनजीत सिंह जी के ने ही की थी. उन्होंने दावा किया के अवतार सिंह हित और जी के दोनों ने एक साजिश के तहत यह पूरा कारनामा किया जबकि असल में कमेटी ने ऐसा कोई फैसला ही नहीं लिया था.
सिरसा ने कहा कि उन्होंने कोर्ट में भी इसके पूरे साक्ष्य दिए हैं कि यह चिट्ठी फर्जी है. इस पर चढ़ा नंबर भी फर्जी है. यहां तक कि कोर्ट ने अवतार सिंह हित और मनजीत सिंह जीके को समन भी जारी किया है. उन्होंने कहा कि दिल्ली की संगत से जुड़ी किसी भी सार्वजनिक जगह को इधर-उधर करने या उसका मालिकाना हक ट्रांसफर करने का हक कमेटी में किसी को नहीं है. ऐसे में जो भी दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिये.