नई दिल्ली: बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 131वीं जयंती पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अनिल चौधरी ने प्रेस वार्ता कर कहा कि अम्बेडकर हमेशा कहते थे कि शिक्षित बनो, संगठित रहो. परंतु भाजपा की केन्द्र सरकार द्वारा निरंतर दलितों के हितों का दरकिनार करने और संविधान में बदलाव करने की नीति से यह लगभग तय कि भाजपा शासन में संविधान और लोकतंत्र दोनो खतरे में है. दलितों के खिलाफ उसी नीति पर अरविंद केजरीवाल भी चल रहे हैं.
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व में मौजूदा सरकार के इन्हीं लोगों ने दलित वर्ग के लिए विशेष योजना बनाने की उम्मीद जगाई थी, जो सत्ता में आने के बाद दलित के अधिकारों का हनन करके उन पर अत्याचार कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मोदी और केजरीवाल सरकार दलित विरोधी चेहरा इस घटना से उजागर होता है कि तुगलकाबाद में रविदास मंदिर दोनों सरकारों ने साजिश करके गिरा दिया और ढाई वर्ष बाद जब सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर को बनाने के आदेश दे दिए तो केन्द्र और दिल्ली सरकार दोनों में कोई भी रविदास मंदिर बनाने की शुरुआत नहीं कर रहें हैं. जबकि, केजरीवाल ने पंजाब में लोगों काे यह कहकर गुमराह किया हमने दिल्ली में रविदास मंदिर बनाया है.
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पूर्व सांसद डॉ. उदित राज ने कहा कि डा. अम्बेडकर के नाम पर दलितों को गुमराह करने वाले अरविन्द केजरीवाल ने 2008 में आरक्षण के विरोध में एक संस्था का गठन किया था और 2013 में राजनीति की शुरुआत झाडू पकड़ कर दलितों की भावनाओं से पिछले आठ वर्षों से खेलकर पूरे दलित समुदाय को धोखा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि डॉ अम्बेडकर पर फिल्म दिखाकर राजनीति करने वाले केजरीवाल ने दिल्ली और पंजाब के आठ राज्यसभा सांसदों में एक भी दलित क्यों नहीं बनाया है. उन्होंने कहा कि दलितों, आदिवासियों के हितों की रक्षा और विकास के लिए कांग्रेस की सरकार द्वारा स्पेशल कंपोनेंट प्लान बनाया जिसको भाजपा की मोदी सरकार ने 2015-16 में निष्क्रिय कर दिया है.
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स्पेशल कंपोनेंट प्लान के तहत दलित वर्ग के व्यक्ति,परिवार या बस्ती के उत्थान के लिए बजट का प्रावधान था, जिसे संविधान में डा. अम्बेडर ने विशेष महत्व दिया था. उन्होंने कहा कि केन्द्र में मोदी सरकार और दिल्ली में केजरीवाल सरकार लगातार दलितों के अधिकारों को खत्म करके उनका हनन कर रही है. उन्होंने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी आरक्षण और दलित विरोधी है. अम्बेडर के सिद्धांतों को मिट्टी में मिलाने का काम कर रही है. भाजपा संविधान के पन्नों काे धीरे-धीरे फाड़ रही है. 2025 में आरएसएस की विचारधारा का नया संविधान बनाने की बात भाजपा कर रही है.
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पूर्व सांसद कृष्णा तीरथ ने कहा कि बाबा साहेब ने दलितों को शिक्षित बनने के लिए प्रयास किए आज केन्द्र और दिल्ली में मौजूदा सरकारें उनके प्रयासों को विफल बनाकर दलितों को कुचलने की नीति बना रही हैं. उन्हाेंने कहा कि कांग्रेस की सरकार के समय दलित छात्रों को मुफ्त उच्च शिक्षा की सुविधा मिलती थी. एससी/एसटी छात्रों के लिए सरकार में विदेशों में मुफ्त शिक्षा दिलाने के भी प्रावधान थे, परंतु मोदी सरकार और केजरीवाल सरकार के समय में दलित छात्रों के लिए सभी सुविधाऐं बंद कर दी गई है. जबकि मोदी और केजरीवाल स्टार्ट-अप और एक्सीलेंस की बड़ी-बड़ी घोषणाएं करते हैं. उन्होंने कहा कि डा.अम्बेडकर नारी के जीवन दाता है क्योंकि उन्होंने संविधान के तहत महिलाओं को बराबरी का दर्जा दिया, वोट देने का अधिकार दिया, आगे बढ़ने का मौका दिया. दलित वर्गों की महिलाओं को आगे पढ़ने का अधिकार दिया.
उन्होंने कहा कि दिल्ली की अरविन्द केजरीवाल सरकार ने शिक्षा परिणामों में सुधार लाने के लिए लगभग पांच लाख छात्रों को स्कूल से बाहर निकालकर उनका भविष्य खराब कर दिया. भाजपा और आम आदमी पार्टी दलित और सफाई कर्मचारी विरोधी है. सफाई कर्मचारी को समय पर वेतन नहीं मिलने के कारण उन्हें बार-बार हड़ताल पर जाना पड़ता जबकि उच्च न्यायालय ने भी चिंता जताई है कि दिल्ली सरकार यह सुनिश्चित करें कि सफाई कर्मचारियों को समय वेतन दिया जाए.
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