नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में मरीजों को भले ही सुविधा देने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हों, लेकिन इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के तीमारदारों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. दरअसल, एम्स में आने वाले मरीजों के तीमारदार बारिश और धूप में खुले आसमान में बैठने को मजबूर हैं.
ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि मरीजों और उनके तीमारदारों को अस्पताल प्रशासन क्या सुविधा दे रहा है. इस बाबत अब एम्स के डॉक्टर भी सामने आते हुए दिख रहे हैं, जिस पर उन्होंने पत्र लिखकर प्रशासन से मरीजों को सुविधा देने की मांग की है.
टीन शेड ना होने का है मुद्दा
बता दें कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में इमरजेंसी के बाहर टीन शेड ना होने की वजह से मरीजों को खुले आसमान में बैठना पड़ता है. ऐसे में कई बार बारिश होने पर मरीजों को दूसरे स्थान तलाशना पड़ते है. जोकि उनके लिए परेशानी का सबब बनता है.
ऐसे में कई बार मांग की जा चुकी है कि इमरजेंसी के बाहर टिन शेड डलवाया जाए. लेकिन प्रशासन की ओर से इस पर ध्यान नहीं दिया जाता.
अधर में लटकी है शेड की योजना
सबसे अहम बात ये है कि इमरजेंसी के बाहर काफी संख्या में मरीज के तीमारदार रहते हैं. ऐसे में उनको शेड ना मिलने की वजह से जहां दिक्कत होती है तो वहीं दूसरी ओर प्रशासन ने यहां पर टीन शेड बनवाने के लिए प्रयास तो किया लेकिन फायर डिपार्टमेंट की तरफ से एनओसी न मिलने की वजह से ये योजना अधर में लटकी हुई है. जिसकी वजह से तीमारदारों को दिक्कतें हो रही हैं.
क्या कहते हैं डॉक्टर
एम्स के असिस्टेंट प्रोफेसर विजय गुर्जर ने इस बाबत अपने टि्वटर हैंडल पर लिखा कि एम्स में टीन शेड ना होने की वजह से मरीजों को दिक्कत होती है. ऐसे में हम प्रशासन से मरीजों को सुधारने के लिए मांग करते हैं. उनका कहना है कि इस बाबत एक ओर शेड डालने से बैठने की व्यवस्था होगी तो वहीं दूसरी ओर खुले आसमान के नीचे परेशान होते मरीजों को समस्या से निदान मिल सकेगा.
फिलहाल देखना होगा कि अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में मरीजों को सुविधा के नाम पर टीन शेड ना मिलने का ये मुद्दा कब तक पूरा हो पाता है और मरीजों को ये सुविधा कब मिलेगी.