नई दिल्ली: राजधानी की अम्बेडकर यूनिवर्सिटी में दाखिले की प्रक्रिया 9 जुलाई से शुरू हो चुकी है. दिल्ली में पढ़ने की चाह रखने वाले छात्रों के लिए अंबेडकर यूनिवर्सिटी बेहतर विकल्प है.
दस्तावेजों की फोटो कॉपी से ही हो रहा दाखिला
प्रोफेसर बिंदु नायर ने बताया कि अंबेडकर यूनिवर्सिटी के तीन सेंटर दिल्ली में मौजूद है कश्मीरी गेट, करमपुरा और लोधी रोड जहां पर अलग-अलग विषयों के लिए दाखिले होते हैं.
वहीं इस साल छात्रों की संख्या पिछले साल के मुकाबले ज्यादा देखी जा रही है. छात्रों को दाखिले के लिए अपने ओरिजिनल डाक्यूमेंट्स की फोटो कॉपी सेंटर में लानी होती है.
साथ ही छात्रों को एड्रेस प्रूफ, उनके माता-पिता का आईडी प्रूफ देना होता है. दस्तावेजों की वेरिफिकेशन के बाद दाखिला पूरा होता है.
प्रोफेसर बिंदु नायर ने बताया कि छात्रों के दाखिले के लिए ओरिजिनल दस्तावेज नहीं लिए जा रहे हैं सिर्फ वेरिफिकेशन के बाद दस्तावेज़ छात्रों को वापस कर दिए जाते हैं.
दिल्ली के बाहर के छात्रों के लिए 15% सीटें रिजर्व
प्रोफेसर बिंदु नायर ने कहा कि दाखिले के लिए सेंटर से ही फॉर्म ले सकते हैं जो हर कोर्स के लिए अवेलेबल है.
प्रोफेसर नायर ने बताया कि अंबेडकर यूनिवर्सिटी क्योंकि एक स्टेट यूनिवर्सिटी है जिसमें दिल्ली के छात्रों को अधिक दाखिला देना होता है.
दिल्ली के बाहर के छात्रों के लिए 15% सीटें रखी गई हैं इसके लिए दिल्ली के बाहर के छात्रों के लिए कटऑफ को भी ऊपर रखा जाता है.
ज्यादा रखी गई है कट ऑफ
अंबेडकर यूनिवर्सिटी की कटऑफ इस साल ऊपर जाने को लेकर भी प्रोफेसर ने बताया कि इस बार कैंडिडेट ज्यादा हैं और सीटें कम हैं. हर एक सीट पर 3 कैंडिडेट है इसी को लेकर कटऑफ ज्यादा रखी गई है.
डिमांड ड्राफ्ट और कार्ड के जरिए भरें फीस
एडमिशन की प्रक्रिया काफी सरल रखी गई है जिसके लिए छात्र सीधा सेंटर आकर अपना फॉर्म फिल कर दाखिला ले सकते हैं और फीस पेमेंट के लिए भी डिमांड ड्राफ्ट और कार्ड स्वाइप करने की सुविधा की गई है.