नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष और एबीवीपी प्रदेश मंत्री अक्षित दहिया ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि गत वर्ष तक दिल्ली विश्वविद्यालय में मेरिट आधारित एडमिशन होते थे. लेकिन इस वर्ष से स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश परीक्षा आधारित एडमिशन होने जा रहा है. उन्होंने कहा कि मेरिट आधारित दाखिले में कई राज्यों के मनमाने तरीके से नंबर देने की वजह से कुछ राज्यों के छात्रों को दाखिले में नुकसान उठाना पड़ता था. जो कि काफी दुर्भाग्यपूर्ण होता था. इसके अलावा उन्होंने कहा कि प्रवेश परीक्षा आधारित दाखिले के लिए काफी लंबा संघर्ष किया है तब जाकर विश्वविद्यालय में इस वर्ष से स्नातक पाठ्यक्रम में प्रवेश परीक्षा आधारित एडमिशन होने जा रहा है. प्रवेश परीक्षा आधारित एडमिशन से सभी छात्रों को सामान्य अवसर मिलेगा.
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद दिल्ली प्रदेश मंत्री अक्षित दहिया ने कहा कि पहली बार दिल्ली विश्वविद्यालय में सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट के तहत एडमिशन होने जा रहा है. इसमें किसी भी छात्र को किसी भी प्रकार की परेशानी ना हो. इसके लिए डूसू और एबीवीपी की ओर से निशुल्क सेंट्रल यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट क्रैश कोर्स शुरू किया गया है. जिसमें 3500 हजार से अधिक छात्र जुड़े हुए हैं. छात्रों को पाठ्यसामग्री मुहैया कराने के साथ उन्हें जो भी परेशानी आ रही है उसे दूर किया जा रहा है. इसमें विश्वविद्यालय के कई शिक्षकों का भी गाइडेंस मिल रहा है. वहीं अक्षित दहिया ने कहा कि जब इस वर्ष विश्वविद्यालय में दाखिले की प्रक्रिया शुरू होगी तो मल्टीलिंगुअल हेल्प डेस्क स्थापित किया जाएगा.
अक्षित दहिया ने कहा कि विश्वविद्यालय में हॉस्टल एक समस्या है. इस समस्या को दूर करने के लिए और विश्वविद्यालय प्रशासन से लेकर अलग-अलग स्तर पर प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा विश्वविद्यालय स्थापना के शताब्दी वर्ष को मना रहा है. इस वर्ष नए हॉस्टल बनवाने और रूम रेंट कंट्रोल एक्ट को लागू करवाने में कामयाब होंगे. इसके अलावा उन्होंने कहा कि पिछले दिनों कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह से मुलाकात कर विश्वविद्यालय में खाली जमीन पर हॉस्टल निर्माण की मांग को रखी है. जिस पर वह काफी सकारात्मक दिखे हैं. मुलाकात के दौरान छात्रों के लिए earn while learn पैड इंटर्नशिप प्रोग्राम के बारे में भी प्रस्ताव दिया है. दूसरा कॉलेज में इनक्यूबेशन सेंटर बनाने का भी मांग रखा है. डूसू अध्यक्ष और एबीवीपी दिल्ली प्रदेश मंत्री अक्षित दहिया ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन से यू स्पेशल बस चलाने की मांग रखी है जिससे कि आसानी से छात्र कॉलेज या विश्वविद्यालय में आ जा सकें.
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इसके अलावा उन्होंने कहा कि फिलहाल ई रिक्शा के किराए में भी बढ़ोतरी हो गई है. यू स्पेशल बस आने से छात्रों को काफी हद तक समस्या से निजात मिल जाएगी. साथ ही कहा कि अगर विश्वविद्यालय प्रशासन यू स्पेशल बस और हॉस्टल एलॉटमेंट की मांग को नहीं मानता है तो डूसू और एबीवीपी सड़क पर भी उतरने के लिए तैयार है. वहीं डूसू अध्यक्ष अक्षित दहिया ने कहा कि फीस बढ़ोतरी का विषय बहुत गंभीर है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन अगर किसी भी प्रकार की फीस में कोई बढ़ोतरी करता है तो डूसू और एबीवीपी सड़क पर उतरेगा. विश्वविद्यालय के इस फैसले का विरोध करेगा. क्योंकि मौजूदा स्थिति में लोगों की आर्थिक स्थिति कोविड-19 की वजह से अभी बिगड़ी हुई है. अगर किसी भी प्रकार की फीस में बढ़ोतरी की गई तो वह उन पर और बोझ पड़ेगा. इसके अलावा उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय स्थापना के 100 वर्ष का जश्न मना रहा है ऐसे में छात्रों को फीस में थोड़ी राहत देनी चाहिए.
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बता दें कि वर्ष 2019 से अक्षित दहिया छात्रसंघ अध्यक्ष हैं. कोविड - 19 की वजह से विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव आयोजित नहीं किया जा सका है. वहीं आने वाले नए अकादमिक सत्र में छात्रसंघ चुनाव को लेकर जब उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि छात्रसंघ चुनाव लोकतंत्र की पहली पाठशाला है. छात्रसंघ चुनाव होता है तो छात्र लोकतंत्र के त्योहार के तौर पर मनाते हैं. उन्होंने कहा कि एबीवीपी चुनाव के लिए पूरी तरीके से तैयार है.
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