नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना के कारण लगातार बड़ी संख्या में लोगों की मौत का सिलसिला जारी है. अब तक 5193 लोग कोरोना के कारण जान गंवा चुके हैं. बीते एक हफ्ते में हर दिन कोरोना से मौत के 30 से ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, लेकिन बीते दिन 24 घंटे के दौरान ही 46 लोगों की कोरोना के कारण मौत हो गई. आपको बता दें कि यह कोरोना से मौत का बीते ढाई महीने का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
'एक दिन के हिसाब से न देखें'
इससे पहले 16 जुलाई को 24 घंटे के दौरान 58 लोगों की मौत हुई थी. इसके बाद से मौत के मामलों में लगातार कमी आती गई, लेकिन अब फिर से एक दिन में 46 लोगों की मौत कहीं न कहीं चिंता की बात है. हालांकि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री मौत के आंकड़ों को एक दिन में समेटकर देखने से इनकार करते हैं. स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन से इसे लेकर हमने सवाल किया.
'संक्रमण दर एक फीसदी से नीचे'
सत्येंद्र जैन का कहना था कि इसे एक दिन के हिसाब से नहीं देखा जाना चाहिए. 10 दिन के आंकड़ों के हिसाब से देखें, तो दिल्ली में कोरोना से मौत की दर 0.94 फीसदी है और यह एक फीसदी से नीचे है. कोरोना से मौत की कुल दर को लेकर सत्येंद्र जैन ने कहा कि अभी यह 1.94 फीसदी है, जो कभी 4 फीसदी के पार पहुंच गई थी. स्वास्थ्य मंत्री का यह भी कहना था कि ऐसा नहीं है कि मौत एक दिन में ही हो जाती है, जो बीमार होते हैं, वे 10-20 दिनों से अस्पतालों में भर्ती होते हैं.
'बनाई गईं थीं चार कमेटी'
गौरतलब है कि कोरोना से हो रही मौत के मामलों पर लगाम लगाने के मद्देनजर दिल्ली सरकार ने चार कमेटी भी बनाई थीं और अस्पतालों से लगातार रिपोर्ट लेने की बात कही गई थी.
इसका क्या कुछ प्रभाव रहा, इसे लेकर सवाल करने पर सत्येंद्र जैन का कहना था कि सभी अस्पतालों में हमने दोबारा विजिट करवाया है और सभी की रिपोर्ट संतोषजनक है. उन्होंने यह भी कहा कि कुछ छोटी-मोटी खामियां थीं, जिन्हें ठीक कर लिया गया है.