रामगढ़ (अलवर). आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और स्वंय सहायता समूह की मीटिंग रखी गई. जिसमें आंगनबाड़ी की कार्यकर्ताओं ने कस्बे में पोषाहार और अन्य सामानों का भुगतान नहीं होने की समस्या बताई. महिलाओं ने कहा कि इससे उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल गढ़ परियोजना के अंतर्गत 9 सेक्टरों में कुल 233 आंगन बड़ी केंद्र हैं. स्वयं सहायता समूहों ने भी पोषाहार बनाने में असमर्थता जताई है और दुकानदारों ने भी उधार देना बंद कर दिया है. महिलाओं का कहना है कि वह पहले अपना बकाया भुगतान मांग रहे हैं. पोषाहार नहीं बनने से आंगनवाड़ी केंद्रों की स्थिति खराब होती जा रही है. कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि अगर उनकी रामगढ़ पर सुनवाई नहीं की गई, तो वह अलवर जाकर अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा जाएगा.
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उन्होंने बताया कि बजट का अभाव बताते हुए कुल 9 महीने से भुगतान नहीं दिया का रहा हैं. सरकार हमसे समूह बनाओ, समूह में महिलाओं को जोड़ो, एमओयू बनाओ आदि काम तो करवा लेती हैं, लेकिन भुगतान के लिए अधिकारी अपनी जिम्मेदारी नहीं लेते. जब चाहते हैं रातों-रात एमओयू बनवाकर पोषाहार शुरू करवा देते हैं. अब एक-एक समूह का करीब एक से डेढ़ लाख रुपए बकाया चल रहा हैं. ऐसे में उधारी और ब्याज से कब तक काम चल सकता हैं.