नई दिल्ली: अमेरिका 1.2 मिलियन बैरल तेल खरीदने की प्लान बना रहा है. सोमवार को एनर्जी डिपार्टमेंट ने बताया कि पिछले साल अब तक की सबसे बड़ी मात्रा में बिक्री के बाद रणनीतिक पेट्रोलियम रिजर्व को फिर से भरने में की सोच रहे है. डिपार्टमेंट ने कहा कि 18 बोलियां जमा होने के बाद दो कंपनियों से तेल की औसत कीमत 77.57 डॉलर प्रति बैरल पर खरीदने की योजना है.
तेल की कीमतें क्यों बढ़ी?
राष्ट्रपति जो बाइडन के प्रशासन ने पिछले साल एसपीआर से 180 मिलियन बैरल की सबसे बड़ी बिक्री की थी, जो यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद बढ़ते तेल बाजारों को स्थिर करने और उच्च पंप कीमतों का मुकाबला करने की रणनीति का हिस्सा था. यदि खरीद को अंतिम रूप दिया जाता है तो यह लगभग 6 मिलियन बैरल वापस खरीद लिया जाएगा. चूंकि सऊदी अरब और रूस द्वारा उत्पादन में कटौती के कारण तेल की कीमतें बढ़ी हैं, प्रशासन के लिए रिजर्व के लिए तेल वापस खरीदना मुश्किल हो गया है.
पिछले महीने इसने उस कीमत को बढ़ा दिया जिस पर इसे तेल वापस खरीदने की उम्मीद है, इसे 79 डॉलर या उससे कम प्रति बैरल कर दिया, जो पहले कीमत लगभग 68 से 72 डॉलर थी. पिछले महीने ऊर्जा विभाग ने कहा था कि उसे ऊंची कीमत पर दिसंबर डिलीवरी के लिए 3 मिलियन बैरल और जनवरी के लिए अन्य 3 मिलियन बैरल खरीदने की उम्मीद है. साथ ही कहा कि उसे कम से कम मई 2024 तक मासिक आधार पर रिजर्व के लिए अतिरिक्त तेल खरीद अनुरोध जारी करने की उम्मीद है.
विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा राष्ट्रपति जो बाइडन और ऊर्जा विभाग उचित मूल्य पर एसपीआर को फिर से भरने, अमेरिकी करदाताओं के लिए एक अच्छा डील प्राप्त करते हुए इस महत्वपूर्ण ऊर्जा सुरक्षा संपत्ति की सुरक्षा के लिए कमिटेड हैं. विभाग ने कहा है कि पिछले साल की आपातकालीन बिक्री में तेल औसतन 95 डॉलर प्रति बैरल के हिसाब से बेचा गया था.