मुंबई: करीब दो दशक बाद टाटा का आईपीओ खुला है. इसको लेकर निवेशकों के मन में काफी उत्साह है. आईपीओ के दूसरे दिन 4.5 करोड़ के ऑफर साइज के मुकाबले 32.44 करोड़ इक्विटी शेयर खरीदे गए. जिससे 23 नवंबर तक 7.21 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ है. यह 19 साल से अधिक समय में टाटा समूह का पहला आईपीओ है. देश की सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, 2004 में समूह का आखिरी सार्वजनिक निर्गम पेश किया था. निवेशकों की सभी श्रेणियों से प्रतिक्रिया मजबूत रही है. उच्च नेट वर्थ वाले व्यक्तियों ने आवंटित कोटा से 12.24 गुना और खुदरा निवेशकों ने 6.37 गुना सब्सक्राइब किया है. इसके साथ ही योग्य इंस्टीट्यूशन खरीदारों का आरक्षित हिस्सा 4 बार बुक किया गया था.
टाटा कर्मचारियों का भाग
बता दें कि टाटा टेक्नोलॉजीज के कर्मचारियों और टाटा मोटर्स के शेयरधारकों ने भी पहले दिन से ऑफर में भाग लिया और उनके लिए निर्धारित हिस्से से 1.35 गुना और 10.55 गुना खरीदारी की है. कुल इश्यू में से 20.28 लाख शेयर कर्मचारियों के लिए और 60.85 लाख शेयर शेयरधारकों के लिए आरक्षित हैं, जबकि दोनों को छोड़कर, ऑफर नेट इश्यू है.
टाटा ने योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए नेट आईपीओ साइज का 50 फीसदी उच्च नेट वर्थ वाले व्यक्तियों के लिए 15 फीसदी और शेष को आरक्षित किया है. वहीं, खुदरा निवेशकों के लिए 35 फीसदी है. इसका आईपीओ 24 नवंबर को बंद होगा, 22 नवंबर को बोली के पहले दिन 6.54 गुना सब्सक्राइब हुआ था. पुणे स्थित टाटा टेक्नोलॉजीज ने पहले सार्वजनिक निर्गम के लिए मूल्य दायरा 475-500 रुपये प्रति शेयर तय किया