नई दिल्ली : टाटा स्टील के प्रबंध निदेशक (एमडी) और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) टी वी नरेंद्रन ने कहा है कि वित्तीय पैकेज के लिए ब्रिटेन सरकार के साथ बातचीत अब भी चल रही है. नरेंद्रन ब्रिटेन से कारोबार से बाहर होने संबंधी एक सवाल का जवाब दे रहे थे. दरअसल कंपनी ने अपने कार्बन कम करने के कार्यक्रमों के लिए ब्रिटेन सरकार से 1.5 अरब पाउंड की मांग की है.
टाटा स्टील की ब्रिटेन सरकार से बातचीत जारी : सीईओ टी वी नरेंद्रन ने दिल्ली में एक कार्यक्रम से इतर समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा से कहा कि ब्रिटेन सरकार से टाटा स्टील अभी भी आग्रह कर रही है. हालांकि आग्रह पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया गया है. स्टील निर्माता ने कहा कि स्टील निर्माताओं के डीकार्बोनाइजेशन प्रयासों में सहायता के लिए यूके सरकार की नवीनतम पेशकश पर्याप्त नहीं है और टाटा स्टील उनके साथ चर्चा में है.
ब्रिटेन टाटा स्टील में 8 हजार कर्मचारी : टाटा स्टील का मुख्यालय भारत में है और वह ब्रिटेन के साउथ वेल्स स्थित पोर्ट तालबोट में देश के सबसे बड़े कारखाने की मालिक है. ब्रिटेन में टाटा स्टील के लगभग 8,000 कर्मचारी काम में लगे हुए हैं. कंपनी ने अपनी डीकार्बोनाइजेशन योजनाओं को अंजाम देने के लिए यूके सरकार से 1.5 बिलियन पाउंड की मांग की थी. लेकिन यूके सरकार ने सिर्फ 600 मिलियन पाउंड के पैकेज का प्रस्ताव रखा.
हालांकि इसी वर्ष ब्रिटिश सरकार ने एक दूसरा प्रस्ताव दिया था, जो कंपनी की अपेक्षाओं से बहुत कम था. नरेंद्रन ने पीटीआई-भाषा से कहा कि टाटा स्टील सरकार के सहयोग के बिना यहां अपना भविष्य नहीं देख सकती.
(पीटीआई- भाषा)