नई दिल्ली: गूगल और माइक्रोसॉफ्ट के बाद अब स्वीडिश टेलीकॉम उपकरण निर्माता एरिक्सन बड़े पैमाने पर कर्मचारियों की छंटनी करने जा रही है. एरिक्सन ने शुक्रवार को कहा है कि वह अपने वैश्विक कर्मचारियों की संख्या में 8 फीसदी की कटौती कर रहा है. कंपनी ने ग्लोबर स्तर पर 8500 कर्मचारियों को निकाले जाने का प्लान तैयार कर लिया है. कंपनी ने यह भी साफ किया है ज्यादातर कर्मचारियों की छंटनी इस साल की पहली दूसरी तिमाही में कर दी जाएगी.
पिछले एक साल से दुनियाभर की कंपनियों में छंटनी का दौर चल रहा है. एरिक्सन (Ericsson) ने 8500 कर्मचारियों को बाहर करने का प्लान तैयार कर लिया है. एरिक्सन प्रबंधन ने मंदी के दौर में कॉस्ट कटिंग का हवाला दिया है. बताया जा रहा है कि एक हजार से ज्यादा कर्मचारियों की नौकरी सिर्फ स्वीडन में जा सकती है.
स्वीडिश कंपनी एरिक्सन ने दुनियाभर में 5जी नेटवर्क की शुरुआत को लेकर खर्च में कटौती का मसौदा तैयार किया है. कंपनी ने साफ तौर पर कहा है कि कॉस्ट कटिंग के लिए छंटनी की जा रही है क्योंकि मंदी के दौर में आर्थिक स्थिति को देखते हुए हम खर्च में कटौती करने के लिए मजबूर हैं.
एरिक्सन के सीईओ बोरेज एखोल्म ने कर्मचारियों को भेजे संदेश में का है कि अलग-अलग देशों में कर्मचारियों की छंटनी संख्या के आधार पर की जाएगी. कर्मचारियों की छंटनी की सूचना कई देशों में पहले सप्ताह में ही दी जा चुकी है. उन्होंने कहा कि बाजार में टिके करने के लिए और लागत को कम करने के लिए यह फैसला लेना जरूरी है.
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बीते महीने ही Google ने भी अपने 12,000 कर्मचारियों की छंटनी का फैसला लिया है. Google CEO सुंदर पिचाई ने 20 जनवरी को इस फैसले को अपनी सहमति दी थी. पिचाई ने कहा था कि इन दिनों कंपनी मुश्किल आर्थिक दौर से गुजर रही है. Microsoft ने भी कर्मचारियों की संख्या में 10 हजार की कटौती का ऐलान किया है.