मुंबई: कारोबारी हफ्ते के पहले दिन ही बाजार गिर कर ओपन हुआ. बीएसई पर सेंसेक्स 135 अंकों के गिरावट के साथ 63.671 पर खुला. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 42 अंकों के गिरावट के साथ 19,018 पर ओफन हुआ. बाजार के प्रमुख इंडेक्स मजबूती के साथ खुले है. हालांकि, खुलते ही फिसल गए है. बाजार पर दबाव बनाने का काम बैंकिंग, एफएमसीजी, आईटी सेक्टर करेंगे.
बता दें कि अक्टूबर में एफपीआई ने 20,356 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची गई है. एक्सचेंजों के माध्यम से बिक्री 25,575 करोड़ रुपये से अधिक रही है. एफपीआई ने वित्तीय, बिजली, एफएमसीजी और आईटी जैसे क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बिकवाली की है. इस निरंतर बिक्री का मुख्य कारण अमेरिकी बांड यील्ड में तेज वृद्धि है, जिसने 10 साल की यील्ड को 17 साल के उच्चतम 5 फीसदी पर पहुंचा दिया है. यील्ड अब घटकर 4.84 फीसदी पर है. इतनी ऊंची बॉन्ड यील्ड के साथ एफपीआई के लिए पैसा निकालना रेशनल भी है. पश्चिम एशिया में इजराइल-हमास संघर्ष को लेकर अनिश्चितता से बाजार में नेगेटिव सेंटीमेंट्स हैं.
कई दिनों के भारी गिरावट के बाद हफ्ते के आखिरी दिन शुक्रवार को शेयर बाजर में तेजी देखने को मिली थी. बीएसई पर सेंसेक्स 683 अंकों के उछाल के साथ 63,831 पर बंद हुआ. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 202 अंकों के बढ़त के साथ 19,059 पर क्लोज हुआ. शुक्रवार को बाजार में टॉप गेनर के लिस्ट में ऐक्सिस बैंक, एचसीएल टेक, कोल इंडिया लिमिटेड, अडाणी एंटरप्राइजेज शामिल रहे. डॉ रेडी, यूपीएल, एसबीआई लाइफ, एशियन पेंट ने गिरावट के साथ कारोबार किए थे.