मुंबई: कारोबारी हफ्ते के दूसरे दिन शेयर बाजार की ओपनिंग उतार-चढ़ाव के साथ हुई. बीएसई पर सेंसेक्स 312 अंकों के उछाल के साथ 66,479 पर खुला. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 85 अंकों के बढ़ोतरी के साथ 17,817 पर ओपन हुआ.
वहीं, सोमवार को बीएसई पर सेंसेक्स 115 अंकों के गिरावट के साथ 66,166 पर बंद हुआ. वहीं, एनएसई पर निफ्टी 0.10 फीसदी गिरावट के साथ 19,731 पर क्लोज हुआ है. डिविस लेबोरेटरीज, नेस्ले इंडिया, टीसीएस, इंडसइंड बैंक और एशियन पेंट्स निफ्टी के टॉप लूजर में शामिल रहे, जबकि बढ़ने वालों में हीरो मोटोकॉर्प, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा स्टील, कोल इंडिया और यूपीएल शामिल हैं.
तेल की बढ़ती कीमतों और इजरायल-हमास युद्ध के कारण वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता के बीच भारतीय रुपया सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 12 महीने के निचले स्तर 83.28 पर आ गया. ट्रेडर्स के अनुसार, रुपये की भारी गिरावट से बचाने के लिए आरबीआई बाजार में डॉलर बेचने के लिए समय-समय पर हस्तक्षेप करता रहा है. बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड लगभग 6 फीसदी उछलने के बाद 91 डॉलर प्रति बैरल के करीब मंडरा रहा है.
उधर इजराइल गाजा में अपने जमीनी हमले को अंजाम देने के लिए तैयार है. ऐसी आशंका है कि अमेरिका और ईरान के शामिल होने से तनाव एक व्यापक भू-राजनीतिक संकट में बदल सकता है. तीन महीनों में तेल की कीमतें लगभग 30 फीसदी बढ़ गईं, जो लगभग दो दशकों में तीसरी तिमाही की सबसे बड़ी बढ़त है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों के कारण डॉलर की मांग बढ़ने से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया 83 के निचले स्तर पर आ गया है. तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी और वैश्विक बाजारों में मांग में गिरावट के साथ साथ निर्यात में कमी से रुपये पर और दबाव बढ़ेगा.