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RBI on Unclaimed Money : अनक्लेम्ड राशि को लेकर आरबीआई की बड़ी पहल, निपटान के लिए बनेगा पोर्टल

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मौद्रिक समीक्षा बैठक के बाद घोषणा की है कि अनक्लेम्ड मनी का पता लगाने के लिए जल्द ही एक पोर्टल बनाया जाएगा. पढ़ें पूरी खबर.

RBI on Unclaimed Money
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास
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Published : Apr 6, 2023, 4:56 PM IST

मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने विभिन्न बैंकों में बिना दावे वाली जमा राशि का पता लगाने के लिए एक केंद्रीयकृत पोर्टल शुरू करने का फैसला किया है. बैंकों में बड़ी मात्रा में ऐसे खाते हैं जिनमें बरसों से कोई लेनदेन नहीं हुआ है. फरवरी, 2023 तक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने रिजर्व बैंक को करीब 35,000 करोड़ रुपये की ऐसी जमा 'ट्रांसफर' की है, जिनमें पिछले 10 साल से कोई लेनदेन नहीं हुआ है.

अनक्लेम्ड मनी का पता लगाने के लिए पोर्टल बनेगा : रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को चालू वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा करते हुए कहा कि जमाकर्ताओं और लाभार्थियों की पहुंच को व्यापक करने और उसमें सुधार के लिए एक वेब पोर्टल बनाने का फैसला किया गया है. इसके जरिये विभिन्न बैंकों में जमा बिना दावे वाली राशि का पता लगाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि ‘सर्च’ के नतीजों को बेहतर करने के लिए आर्टफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) माध्यम का इस्तेमाल किया जाएगा.

पढ़ें : RBI Governor Shaktikanta Das : रेपो दर में वृद्धि अभी रोकी है, पर भविष्य में जरूरत के हिसाब से कदम उठाएंगे

किस बैंक में कितना अनक्लेम्ड मनी : सबसे अधिक 8,086 करोड़ रुपये की बिना दावे वाली राशि भारतीय स्टेट बैंक में जमा है. इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक में 5,340 करोड़ रुपये की बिना दावे वाली राशि है. केनरा बैंक में ऐसी जमा राशि 4,558 करोड़ रुपये और बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) में 3,904 करोड़ रुपये है.

अनक्लेम्ड मनी किसे कहते है : रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार अगर किसी सेविंग या करंट खाते में जमा राशि को 10 सालों तक नहीं ऑपरेट किया जाता है या किसी एफडी की मैच्योरिटी के 10 साल के बाद भी इसे क्लेम नहीं किया जाता है तो उसे अनक्लेम्ड राशि कहते हैं. इस तरह की राशि को आरबीआई द्वारा बनाए गए 'डिपॉजिटर एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंड' में ट्रांसफर कर दिया जाता है

अनक्लेम्ड मनी की लिस्ट पोर्टल पर दिखाई जाएगी : दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक इस उद्देश्य के साथ काम करता है कि कोई भी नई जमा बिना दावे वाली राशि में नहीं आए. इसके अलावा जो राशि बिना दावे के पड़ी है उसे उसके सही लाभार्थी को निर्धारित प्रक्रिया के जरिये दिया लौटाया जाए. दूसरे पहलू पर उन्होंने कहा कि बैंक बिना दावे वाली राशि की सूची अपनी वेबसाइट पर दिखाएंगे.

(पीटीआई-भाषा)

पढ़ें : RBI MPC Meeting : 'क्रेडिट स्कोर' देने वाली कंपनियों को लेकर शिकायत निपटान व्यवस्था होगी मजबूत

मुंबई : भारतीय रिजर्व बैंक ने विभिन्न बैंकों में बिना दावे वाली जमा राशि का पता लगाने के लिए एक केंद्रीयकृत पोर्टल शुरू करने का फैसला किया है. बैंकों में बड़ी मात्रा में ऐसे खाते हैं जिनमें बरसों से कोई लेनदेन नहीं हुआ है. फरवरी, 2023 तक सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने रिजर्व बैंक को करीब 35,000 करोड़ रुपये की ऐसी जमा 'ट्रांसफर' की है, जिनमें पिछले 10 साल से कोई लेनदेन नहीं हुआ है.

अनक्लेम्ड मनी का पता लगाने के लिए पोर्टल बनेगा : रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को चालू वित्त वर्ष की पहली मौद्रिक समीक्षा बैठक के नतीजों की घोषणा करते हुए कहा कि जमाकर्ताओं और लाभार्थियों की पहुंच को व्यापक करने और उसमें सुधार के लिए एक वेब पोर्टल बनाने का फैसला किया गया है. इसके जरिये विभिन्न बैंकों में जमा बिना दावे वाली राशि का पता लगाया जा सकेगा. उन्होंने कहा कि ‘सर्च’ के नतीजों को बेहतर करने के लिए आर्टफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) माध्यम का इस्तेमाल किया जाएगा.

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किस बैंक में कितना अनक्लेम्ड मनी : सबसे अधिक 8,086 करोड़ रुपये की बिना दावे वाली राशि भारतीय स्टेट बैंक में जमा है. इसके बाद पंजाब नेशनल बैंक में 5,340 करोड़ रुपये की बिना दावे वाली राशि है. केनरा बैंक में ऐसी जमा राशि 4,558 करोड़ रुपये और बैंक ऑफ बड़ौदा (बॉब) में 3,904 करोड़ रुपये है.

अनक्लेम्ड मनी किसे कहते है : रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार अगर किसी सेविंग या करंट खाते में जमा राशि को 10 सालों तक नहीं ऑपरेट किया जाता है या किसी एफडी की मैच्योरिटी के 10 साल के बाद भी इसे क्लेम नहीं किया जाता है तो उसे अनक्लेम्ड राशि कहते हैं. इस तरह की राशि को आरबीआई द्वारा बनाए गए 'डिपॉजिटर एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंड' में ट्रांसफर कर दिया जाता है

अनक्लेम्ड मनी की लिस्ट पोर्टल पर दिखाई जाएगी : दास ने कहा कि केंद्रीय बैंक इस उद्देश्य के साथ काम करता है कि कोई भी नई जमा बिना दावे वाली राशि में नहीं आए. इसके अलावा जो राशि बिना दावे के पड़ी है उसे उसके सही लाभार्थी को निर्धारित प्रक्रिया के जरिये दिया लौटाया जाए. दूसरे पहलू पर उन्होंने कहा कि बैंक बिना दावे वाली राशि की सूची अपनी वेबसाइट पर दिखाएंगे.

(पीटीआई-भाषा)

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