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Shaktikanta Das : इंटरेस्ट रेट बढ़ाना या घटाना मेरे हाथ में नहीं, परिस्थितियों पर निर्भर

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास (RBI Governor Shaktikanta Das) ने इंटरेस्ट रेट बढ़ाने या घटाने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के हालात और आंकड़ों पर निर्भर करेगा ब्याज दरों में कमी का फैसला. उन्होंने और क्या कुछ कहा जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर...

RBI Governor Shaktikanta Das
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास
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Published : May 24, 2023, 12:57 PM IST

नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि ब्याज दर में वृद्धि को रोकना उनके हाथ में नहीं है, यह उस समय की जमीनी स्थिति पर निर्भर करता है. अप्रैल में आरबीआई ने प्रमुख नीतिगत दर (रेपो) को 6.5 फीसदी पर यथावत रखते हुए सभी को हैरान कर दिया था. इससे पहले केंद्रीय बैंक मई, 2022 से रेपो दर में ढाई प्रतिशत की वृद्धि कर चुका है.

स्थिति के अनुसार लेते हैं फैसला- शक्तिकांत : भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गवर्नर दास ने बुधवार को कहा कि इस तरह के सुझाव आए हैं कि केंद्रीय बैंक को आगामी मौद्रिक समीक्षा बैठकों में नीतिगत दर में बढ़ोतरी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'यह मेरे हाथ में नहीं है. यह जमीनी स्थिति पर निर्भर करता है. जो कुछ उस समय हो रहा है मुझे उसके हिसाब से फैसला करना है. यह देखना है कि रुझान क्या है. क्या मुद्रास्फीति बढ़ रही है या नरम हुई है.’

  • #WATCH | "For the current year -- for the year that has just ended that is 2022-23 -- the estimates are that it will be 7%. But there is a possibility that it could be even more. The data will come at the end of this month, according to all recent trends, it will not be a… pic.twitter.com/DkzbSgzxFK

    — ANI (@ANI) May 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

खुदरा महंगाई पर ढीलाई की जरुरत नहीं : गवर्नर ने कहा कि इस तरह यह निर्णय पूरी तरह मेरे हाथ में नहीं है. मैं उस समय की परिस्थितियों के हिसाब से फैसला लूंगा. दास ने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति नरम हुई है, लेकिन अभी इस मोर्चे पर कोताही बरतने की कोई गुंजाइश नहीं है. उन्होंने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति के अगले आंकड़े में महंगाई दर 4.7 प्रतिशत से नीचे रहने की उम्मीद है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल में 4.7 प्रतिशत रही थी.

भारतीय बैंकिंग प्रणाली स्थिर और मजबूत : दास ने उपस्थित लोगों को भरोसा दिलाया कि पूंजी, तरलता की मजबूत स्थिति और संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार के साथ भारतीय बैंकिंग प्रणाली स्थिर और मजबूत बनी हुई है. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक देश की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अर्थव्यवस्था को पूरा समर्थन देगा. उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक ने अपने अबतक के अनुभव के आधार पर केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) ढांचे को और बेहतर किया है.

(पीटीआई- भाषा)

पढ़ें : Clean Note Policy : जानिए क्या है RBI की क्लीन नोट पॉलिसी, जिसका शक्तिकांत ने किया जिक्र

नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा है कि ब्याज दर में वृद्धि को रोकना उनके हाथ में नहीं है, यह उस समय की जमीनी स्थिति पर निर्भर करता है. अप्रैल में आरबीआई ने प्रमुख नीतिगत दर (रेपो) को 6.5 फीसदी पर यथावत रखते हुए सभी को हैरान कर दिया था. इससे पहले केंद्रीय बैंक मई, 2022 से रेपो दर में ढाई प्रतिशत की वृद्धि कर चुका है.

स्थिति के अनुसार लेते हैं फैसला- शक्तिकांत : भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गवर्नर दास ने बुधवार को कहा कि इस तरह के सुझाव आए हैं कि केंद्रीय बैंक को आगामी मौद्रिक समीक्षा बैठकों में नीतिगत दर में बढ़ोतरी नहीं करनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'यह मेरे हाथ में नहीं है. यह जमीनी स्थिति पर निर्भर करता है. जो कुछ उस समय हो रहा है मुझे उसके हिसाब से फैसला करना है. यह देखना है कि रुझान क्या है. क्या मुद्रास्फीति बढ़ रही है या नरम हुई है.’

  • #WATCH | "For the current year -- for the year that has just ended that is 2022-23 -- the estimates are that it will be 7%. But there is a possibility that it could be even more. The data will come at the end of this month, according to all recent trends, it will not be a… pic.twitter.com/DkzbSgzxFK

    — ANI (@ANI) May 24, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

खुदरा महंगाई पर ढीलाई की जरुरत नहीं : गवर्नर ने कहा कि इस तरह यह निर्णय पूरी तरह मेरे हाथ में नहीं है. मैं उस समय की परिस्थितियों के हिसाब से फैसला लूंगा. दास ने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति नरम हुई है, लेकिन अभी इस मोर्चे पर कोताही बरतने की कोई गुंजाइश नहीं है. उन्होंने कहा कि खुदरा मुद्रास्फीति के अगले आंकड़े में महंगाई दर 4.7 प्रतिशत से नीचे रहने की उम्मीद है. उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अप्रैल में 4.7 प्रतिशत रही थी.

भारतीय बैंकिंग प्रणाली स्थिर और मजबूत : दास ने उपस्थित लोगों को भरोसा दिलाया कि पूंजी, तरलता की मजबूत स्थिति और संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार के साथ भारतीय बैंकिंग प्रणाली स्थिर और मजबूत बनी हुई है. उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक देश की वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अर्थव्यवस्था को पूरा समर्थन देगा. उन्होंने बताया कि रिजर्व बैंक ने अपने अबतक के अनुभव के आधार पर केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) ढांचे को और बेहतर किया है.

(पीटीआई- भाषा)

पढ़ें : Clean Note Policy : जानिए क्या है RBI की क्लीन नोट पॉलिसी, जिसका शक्तिकांत ने किया जिक्र

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