मुंबई: रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने गुरुवार को कहा कि केंद्रीय बैंक क्रिप्टो मुद्रा नियमों पर दूसरों का अनुकरण नहीं करेगा. आगे कहा कि जो दूसरे बाजार के लिए अच्छा है, जरूरी नहीं कि वह हमारे लिए भी अच्छा हो. उनकी टिप्पणी अमेरिकी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमिशन द्वारा अमेरिका में बिटकॉइन एक्सचेंज-ट्रेडेड फंड के निर्माण की अनुमति देने के लिए बदलावों को मंजूरी देने की बैकग्राउंड में आई है.
क्रिप्टो करेंसी नियमों पर बोले आरबीआई गवर्नर
क्रिप्टो करेंसी नियमों पर दास ने कहा कि जो दूसरे बाजार के लिए अच्छा है, जरूरी नहीं कि वह हमारे लिए भी अच्छा हो. इसलिए हमारे विचार रिजर्व बैंक के और व्यक्तिगत रूप से मेरे वही रहेंगे. वह एक सर्वाजिक कार्यक्रम में बोल रहे थे. यह पूछे जाने पर कि क्या वह आगामी वोट ऑन अकाउंट को मुद्रास्फीति बढ़ाने वाला मानते हैं, उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के पिछले रिकॉर्ड को देखते हुए, उन्हें लगता है कि अंतरिम बजट से मुद्रास्फीति का दबाव नहीं बढ़ेगा. इसके साथ ही गवर्नर ने रूस-यूक्रेन युद्ध की शुरुआत के बाद से मूल्य वृद्धि को रोकने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कई आपूर्ति पक्ष उपायों की ओर इशारा किया.
क्रिप्टोकरेंसी हुई ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम में शामिल
अमेरिकी सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज कमिशन ने कई स्पॉट बिटकॉइन एक्सचेंज-ट्रेडेड प्रोडक्ट (ईटीपी) शेयरों को मंजूरी दे दी है. इस निर्णय के साथ, दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी ग्लोबल फाइनेंशियल सिस्टम में शामिल हो गई है. इस फैसले से लगभग एक दर्जन स्पॉट बिटकॉइन बन जाएंगे. निवेशकों के लिए ईटीएफ उपलब्ध हैं, जैसे ग्रेस्केल, फिडेलिटी और ब्लैकरॉक.