नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश सरकार ने कफ सिरप बनाने वाली उस कंपनी को फिर से खोलने के आदेश दिए हैं, जिसकी दवा पीकर कई बच्चे बीमार हो गए थे और कुछ की मौत भी हो गई थी. मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड नोएडा स्थित एक फार्मा कंपनी है. इस कंपनी के बनाये हुए कफ सिरप को लेकर पिछले दिनों काफी हो हंगामा मचा था.
दरअसल पिछले साल उज्बेकिस्तान में मैरियन बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा बनाये गए कफ सिरप पीने से 65 बच्चों की मौत हो गई थी. उज़्बेकिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मैरियन द्वारा निर्मित दो कफ सिरप, एम्ब्रोनोल और डीओके-1 मैक्स, को लेकर गंभीर आरोप लगाए थे. उनका आरोप था कि कंपनी की दवा पीने से बच्चों की मौत हुई है.
उनकी शिकायत आने के बाद उत्तर प्रदेश स्थित मैरियन फैक्ट्री को बंद कर दिया गया था. अब एक बार फिर से सरकार ने इस कंपनी को खोलने की अनुमति प्रदान कर दी है. बता दें, उज्बेकिस्तान में बच्चों की मौत मामले को देखते हुए उत्तर प्रदेश के जिस ड्रग कंट्रोलर ने कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया था, यह फर्म उन तीन भारतीय कंपनियों में से एक है जिनके कफ सिरप को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य एजेंसियों ने उज्बेकिस्तान, गाम्बिया और कैमरून में 141 बच्चों की मौत के बाद इसे दुनिया की सबसे खराब और विषौले कप सिरप की सूची में शामिल कर दिया था.
बाद में कंपनी ने भी अपना पक्ष रखा और इन आरोपों से इनकार किया. पूरे मामले की गहनता से जांच की गई. बुधवार यानी आज भारत के औषधि महानियंत्रक राजीव सिंह रघुवंशी ने मैरियन बायोटेक कंपनी को फिर से कंपनी खोलने और सुधारात्मक और निवारक कार्यों की योजना शुरू करने के आदेश दे दिए.