नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ONGC) इस महीने बंगाल की खाड़ी में कृष्णा गोदावरी बेसिन में अपनी बहु-विलंबित गहरी समुद्री परियोजना से तेल उत्पादन शुरू कर देगा. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ये जानकारी पीटीआई-भाषा के दी है. ओएनजीसी के निदेशक (उत्पादन) पंकज कुमार ने कहा कि हमारी योजना इस महीने केजी-डीब्ल्यूएन-98/2 ब्लॉक में क्लस्टर-2 परियोजना से उत्पादन शुरू करने और धीरे-धीरे बढ़ाने की है.
क्लस्टर-2 से तेल उत्पादन नवंबर 2021 तक शुरू हो जाना चाहिए था, लेकिन वैश्विक महामारी के कारण इसमें देरी हुई. कुमार ने कहा कि ओएनजीसी की योजना शुरुआत में तीन से चार कुओं से उत्पादन शुरू करने और धीरे-धीरे अन्य को जोड़ने की है. शुरुआती उत्पादन 8,000 से 9,000 बैरल प्रति दिन हो सकता है. ओएनजीसी कच्चे तेल की पहली खेप अनुषंगी कंपनी मैंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड (एमआरपीएल) को भेजेगी.
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उन्होंने कहा कि कच्चे तेल की जांच की जाएगी और पैदावार के जरिए उसका ‘ग्रेड’ तथा कीमत निर्धारित की जाएगी. ओएनजीसी ने समुद्र तल से तेल उत्पादन के लिए आर्मडा स्टर्लिंग-वी को काम पर रखा है. जिसका स्वामित्व 70 प्रतिशत एसपीओजी के पास है और मलेशिया की बुमी आर्मडा के पास 30 प्रतिशत है. बता दें, एफपीएसओ 2 जनवरी, 2023 से तेल प्राप्त करने की प्रतीक्षा कर रहा था.