नई दिल्ली : डीमैट खातों में नए जोड़ें गए अकाउंट्स की संख्या कम हो रही है. फरवरी में 2.1 मिलियन की संख्या से नए डीमेट अकाउंट जोडे़ें गए थे. जो मार्च माह में घटकर 1.9 मिलियन रह गई है. इस तरह से देखें तो यह गिरावट महीने- दर- महीने 8 फीसदी से हो रही है. जबकि इससे अच्छे आकड़ें तो साल 2022 में रहे थे.
डीमैट अकाउंट खुलवाने की संख्या में कमी : साल 2022 में औसतन प्रति माह 2.9 मिलियन नए डीमैट खातें खोले गए थे. जो इस बार के आकड़ों से काफी बेहतर है. वित्त वर्ष 2022 के मार्च माह में कुल डीमैट खातों की संख्या बढ़कर 11.4 करोड़ हो गई. रिपोर्ट में कहा गया है कि वार्षिक आधार पर NSE में एक्टिव यूजर्स ग्राहकों की कुल संख्या लगातार नौवें महीने घटकर 9.4 फीसदी रह गई है. वहीं, हर महीने डीमैट खाता खुलवाने वालों की संख्या में 2.7 फीसदी की गिरावट के साथ उनकी संख्या 32.6 मिलियन रह गई है.
डीमैट खातों की संख्या में गिरावट : Aggregate and Incremental Demat Account को अगर बाजार के हिसाब से देखें तो सीडीएसएल महीने- दर- महीने आधार पर लाभ प्राप्त करना जारी रखता है. वहीं, वर्ष-दर-वर्ष आधार पर, एनएसडीएल ने कुल/वृद्धिशील डीमैट खातों में 230बीपी/730बीपी बाजार हिस्सेदारी खो दी. डीमैट खातों की गिरावट फरवरी में 0.9 मिलियन थी तो वहीं, मार्च में यह आकड़ा 0.7 मिलियन रहा.
NSE एक्टिव यूजर्स 60 फीसदी : वर्तमान में, टॉप पांच डिस्काउंट ब्रोकर कुल NSE सक्रिय ग्राहकों के 60.0 फीसदी खाते में हैं, जो फरवरी में 59.6 फीसदी से अधिक है. मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के अनुसार, इंडिया इंक का कैपिटल मार्केट सेंटिमेंट मार्च में अस्थिर था, जिसमें निफ्टी महीने के अधिकांश समय 17,000 के निचले स्तर पर रहा.
क्या है डीमेट अकाउंट : मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) के द्वारा बनाए गए नियमों के अनुसार शेयर मार्केट से स्टॉक खरीदने या बेचने के लिए डीमैट अकाउंट का होना जरूरी है. डीमैट अकाउंट एक बैंक अकाउंट की तरह है, जिसमें आप शेयर और अन्य सूचनाओं को इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रख सकते हैं. डीमैट अकाउंट का मतलब डिमैटरियलाइजेशन अकाउंट है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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