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PM Jan Dhan Yojana : पीएम जन-धन योजना का दिख रहा असर, 9 साल में इतने लाख करोड़ खाते में हुए जमा - जन धन योजना के तहत जमा राशि

प्रधानमंत्री जन धन योजना को साल 2014 में शुरू किया गया था. अब इस योजना को 9 साल 8 महीना हो चुके हैं. इस योजना में जीरो बैलेंस के साथ खाता खुलवाने की सुविधा दी गई है. जिसके चलते इस योजना के लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और उनके द्वारा जमा राशि में भी वृद्धि दर्ज की गई है. बता दें, साल 2023 में यह राशि 2 ट्रिलियन हो गई है.

PM Jan Dhan Yojana
पीएम जन-धन योजना
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Published : Apr 6, 2023, 1:48 PM IST

नई दिल्ली : भारत में प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) को शुरू हुए नौ साल और आठ महीना हो चुके हैं. इतने समय में जन-धन के अंतर्गत खोले गए खातों में जमा राशि 2 ट्रिलियन यानी कि 2 लाख करोड़ रुपए हो गई है. आधिकारिक आकड़ों के अनुसार PMJDY के तहत देशभर में 486 मिलियन लोगों ने खाता खुलवाया है. इसके लाभार्थियों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. वित्त वर्ष 2023 में 8 फीसदी की दर से नए लोगों ने खाते खुलवाएं हैं. नए खातों के साथ इसके राशि में भी वृद्धि देखी जा रही है. बता दें, मार्च 2022 में जन-धन खातों में 1.95 ट्रिलियन राशि जमा थी.

90 फीसदी वयस्कों के पास बैंक खाता
जन-धन, आधार, मोबाइल इन तीनों के माध्यम से इस योजना को ज्यादा सुलभ बनाया जा सका. टेक्नोलॉजी और Direct Benefit Transfers (DBTs) के कारण इसके खाताधारकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई. मल्टीपल इंडिकेटर सर्वे 2020-21 का हालिया रिपोर्ट भी बताती है कि वित्तीय समावेशन में प्रगति हुई है. रिपोर्ट के अनुसार देश में लगभग 90 फीसदी लोगों का व्यक्तिगत रूप से या संयुक्त रूप से किसी बैंक, अन्य वित्तीय संस्थानों या मोबाइल मनी में खाता है.

बैंकिंग क्षेत्र में महिलाएं भी सक्रिय
जन-धन के तहत खुलवाए गए कुल खातों में 270 मिलियन खाते महिला लाभार्थियों के हैं. जो कुल खातों का 55 फीसदी है. National Sample Survey Office (NSSO) के आकड़ों के अनुसार अगर 92.4 फीसदी पुरुषों के नाम पर खाते हैं तो 86.4 फीसदी महिलाओं के नाम पर भी खाते हैं. ताजा आकड़ों के अनुसार 32.88 करोड़ जन धन योजना खाताधारकों को रुपे डेबिट कार्ड जारी किए गए है. रिपोर्ट के अनुसार PMJDY की उपयोगिता 85 फीसदी से बढ़ी है. हालांकि कई खाते डुप्लीकेट भी हैं.

इस योजना को लाने का मकसद
15 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री जन धन योजना की शुरुआत की गई थी. जिसका मकसद था कि देश के हर नागरिक को आर्थिक रुप से मजबूत बनाना, कम आय वाले लोगों को बैंक खाता से जोड़ना. असंगठित क्षेत्र के नागरिक को भी पेंशन की सुविधा प्रदान करना. हर घर से कम से कम एक सदस्य का बैंक में खाता अवश्य हो, वह बचत करें. योजनाओं (PM Jeevan Jyoti Bima, PM Suraksha Bima Yojana और Atal Pension Yojana) का लाभ देना साथ ही दुर्घटना बीमा कवरेज भी मुहैया कराना है. जन धन खाता मूल बचत बैंक जमा खाता है जो खाता धारको के लिए रुपे डेबिट कार्ड और ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी देता है. इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस खाते में न्यूनतम बैलेंस रखने की भी जरूरत नहीं है.

पढ़ें : Mahila Samman Savings Certificate : नए वित्त वर्ष से महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र की शुरूआत, मिलता है सबसे ज्यादा इंटरेस्ट

नई दिल्ली : भारत में प्रधानमंत्री जन-धन योजना (PMJDY) को शुरू हुए नौ साल और आठ महीना हो चुके हैं. इतने समय में जन-धन के अंतर्गत खोले गए खातों में जमा राशि 2 ट्रिलियन यानी कि 2 लाख करोड़ रुपए हो गई है. आधिकारिक आकड़ों के अनुसार PMJDY के तहत देशभर में 486 मिलियन लोगों ने खाता खुलवाया है. इसके लाभार्थियों की संख्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है. वित्त वर्ष 2023 में 8 फीसदी की दर से नए लोगों ने खाते खुलवाएं हैं. नए खातों के साथ इसके राशि में भी वृद्धि देखी जा रही है. बता दें, मार्च 2022 में जन-धन खातों में 1.95 ट्रिलियन राशि जमा थी.

90 फीसदी वयस्कों के पास बैंक खाता
जन-धन, आधार, मोबाइल इन तीनों के माध्यम से इस योजना को ज्यादा सुलभ बनाया जा सका. टेक्नोलॉजी और Direct Benefit Transfers (DBTs) के कारण इसके खाताधारकों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई. मल्टीपल इंडिकेटर सर्वे 2020-21 का हालिया रिपोर्ट भी बताती है कि वित्तीय समावेशन में प्रगति हुई है. रिपोर्ट के अनुसार देश में लगभग 90 फीसदी लोगों का व्यक्तिगत रूप से या संयुक्त रूप से किसी बैंक, अन्य वित्तीय संस्थानों या मोबाइल मनी में खाता है.

बैंकिंग क्षेत्र में महिलाएं भी सक्रिय
जन-धन के तहत खुलवाए गए कुल खातों में 270 मिलियन खाते महिला लाभार्थियों के हैं. जो कुल खातों का 55 फीसदी है. National Sample Survey Office (NSSO) के आकड़ों के अनुसार अगर 92.4 फीसदी पुरुषों के नाम पर खाते हैं तो 86.4 फीसदी महिलाओं के नाम पर भी खाते हैं. ताजा आकड़ों के अनुसार 32.88 करोड़ जन धन योजना खाताधारकों को रुपे डेबिट कार्ड जारी किए गए है. रिपोर्ट के अनुसार PMJDY की उपयोगिता 85 फीसदी से बढ़ी है. हालांकि कई खाते डुप्लीकेट भी हैं.

इस योजना को लाने का मकसद
15 अगस्त 2014 को प्रधानमंत्री जन धन योजना की शुरुआत की गई थी. जिसका मकसद था कि देश के हर नागरिक को आर्थिक रुप से मजबूत बनाना, कम आय वाले लोगों को बैंक खाता से जोड़ना. असंगठित क्षेत्र के नागरिक को भी पेंशन की सुविधा प्रदान करना. हर घर से कम से कम एक सदस्य का बैंक में खाता अवश्य हो, वह बचत करें. योजनाओं (PM Jeevan Jyoti Bima, PM Suraksha Bima Yojana और Atal Pension Yojana) का लाभ देना साथ ही दुर्घटना बीमा कवरेज भी मुहैया कराना है. जन धन खाता मूल बचत बैंक जमा खाता है जो खाता धारको के लिए रुपे डेबिट कार्ड और ओवरड्राफ्ट की सुविधा भी देता है. इस योजना की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इस खाते में न्यूनतम बैलेंस रखने की भी जरूरत नहीं है.

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