मुंबई : जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के चेयरमैन एम आर कुमार ने गुरुवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र की बीमा कंपनी के अधिकारी अडाणी समूह के शीर्ष प्रबंधन के साथ बैठक करेंगे और विभिन्न कारोबार से जुड़े समूह में संकट को लेकर स्पष्टीकरण मांगेंगे. अडाणी समूह में एलआईसी (जीवन बीमा निगम) के निवेश को लेकर विपक्षी दलों के साथ-साथ निवेशक आलोचना कर रहे हैं.
अमेरिकी वित्तीय शोध और निवेश कंपनी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद समूह की कंपनियों के शेयरों में गिरावट जारी है. रिपोर्ट में अडाणी समूह पर बाजार में कथित गड़बड़ी करने और लेखा धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है. हालांकि, अडाणी समूह ने इसे सिरे से खारिज करते हुए कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है.
एलआईसी के चेयरमैन ने वित्तीय परिणाम की घोषणा के समय संवाददाताओं से कहा, 'हालांकि, हमारी निवेशकों की टीम पहले ही अडाणी समूह ने स्पष्टीकरण मांग चुकी है, हमारा शीर्ष प्रबंधन उनसे इस मामले में संपर्क करेगा. हम अभी वित्तीय परिणाम को लेकर व्यस्त थे. हम जल्दी ही उनसे मिलेंगे और उनसे स्पष्टीकरण मांगेगे. हम समझना चाहते हैं कि बाजार और समूह के साथ क्या हो रहा है.'
हालांकि, कुमार ने एलआईसी और अडाणी समूह के बीच बैठक को लेकर कोई समयसीमा नहीं बतायी. एलआईसी देश का सबसे बड़ा संस्थागत निवेशक है. 27 जनवरी तक 36,474.78 करोड़ रुपये के संचयी निवेश के साथ अडाणी समूह की अधिकांश सूचीबद्ध कंपनियों में दूसरा सबसे बड़ा शेयरधारक है. अडाणी समूह की सभी 10 सूचीबद्ध कंपनियों में एलआईसी का एक्सपोजर है. हालांकि, इसने व्यक्तिगत कंपनी के आधार पर अपने जोखिम के बारे में खुलासा नहीं किया.
(पीटीआई-भाषा)