नई दिल्ली : टेक कंपनी में छंटनी का सिलसिला नए साल में भी जारी है. साल 2023 की शुरुआती 15 दिनों में 91 कंपनियों ने 24,000 से अधिक टेक कर्मचारियों को निकाल दिया है. नौकरी से निकालने के पीछे कंपिनयों का कहना है कि घटती मांग, ग्लोबल रिसेसन और विकास दर को बनाए रखने के दबाव में छंटनी की जा रही है. आने वाले दिनों में छंटनी की यह संख्या और भी बढ़ सकती है. भारत समेत वैश्विक स्तर पर 2023 में औसतन प्रति दिन 1,600 से ज्यादा टेक कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है. आइए जानते है कि अब तक किस- किस टेक कंपनी में कितनी छंटनी हुई है....
1.Google's parent company Alphabet ने वैश्विक स्तर पर लगभग 12,000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की घोषणा की है. जो कंपनी के कुल वर्क फोर्स का लगभग 6 प्रतिशत है. सुंदर पिचई ने कहा कि कंपनी निकाले गए कर्मचारियों की हर संभव मदद देगी. नौकरी ढूंढ़ने में कर्मचरियों की सहायता करने के अलावा कंपनी अमेरिका में अपने कर्मचारियों को पूरे नोटिफिकेशन पीरियड (न्यूनतम 60 दिन) का भुगतान करेगी. इसके अलावा Google 16 हफ्ते की सैलरी के साथ ही गूगल में बिताए हर साल पर दो हफ्ते का वेतन और कम से कम 16 हफ्तों का जीएसवी (गूगल स्टॉक यूनिट) सहित एक अच्छा सेवरेंस पैकेज भी देगा.
2. दुनिया की नंबर वन सॉफ्टवेयर कंपनी Microsoft साल 2023 में लगभग 11,000 कर्मचारियों की छंटनी करने वाला है. जो उसके कुल वर्क फोर्स का करीब 5 प्रतिशत है. पिछले साल 2022 में भी माइक्रोसॉफ्ट ने बड़ी संख्या में कर्मचारियों को नौकरी से निकाला था. कम्पनी ने करीब डेढ़ लाख से अधिक लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया था. जिसमें 50 हजार से ज्यादा कर्मचारी टेक कंपनी से थे.
3. अमेजॉन ने भारत में लगभग 1,000 समेत वैश्विक स्तर पर 18,000 कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा की. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेजन ने निकाले गए कर्मचारियों को ईमेल भेजकर पांच महीने के अग्रिम वेतन की पेशकश की है. इससे पहले भी अमेजॉन कंपनी ने नवंबर में 10 हजार छंटनी की घोषणा की थी. वहीं, सितंबर 2022 में 15 लाख कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है. इसी के साथ कंपनी ने बताया था कि उसके पास लगभग 1.5 मिलियन कर्मचारी हैं.
4. Facebook की पेरेंट कंपनी Meta ने भी बड़े स्तर पर छंटनी की है. कंपनी ने 11,000 से भी ज्यादा कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है. फेसबुक, Instagram और WhatsApp तीनों की पेरेंट कंपनी Meta Platforms Inc ही है. मेटा में कुल कार्यबल लगभग 87,000 था. जिसमें से कंपनी ने 13 फीसदी कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया दिया. रिपोर्ट के अनुसार जिन कर्मचारियों की छंटनी की गई, उन्हें कम से कम चार महीने का वेतन दिया गया. Facebook की स्थापना (2014) के बाद से पहली बार इतने बड़ें पैमाने पर छंटनी की गई.
5. साइबर-सुरक्षा कंपनी सोफोस भारत सहित वैश्विक स्तर पर लगभग 450 कर्मचारियों की छंटनी कर रही है. जो कि इसके कार्यबल का 10 प्रतिशत है. टेकक्रंच ने सबसे पहले यूके मुख्यालय वाले सोफोस में छंटनी की सूचना दी. हालांकि कंपनी ने सटीक संख्या का खुलासा नहीं किया है. कंपनी के एक प्रवक्ता ने बताया, 'सोफोस ने एक आंतरिक पुनर्गठन की घोषणा की जिसके परिणामस्वरूप छंटनी शुरू हो गई है और परामर्श अवधि शुरू हो गई है. जो संभावित रूप से हमारे वैश्विक कर्मचारी आधार के 10 प्रतिशत को प्रभावित करेगी.' मार्च 2020 में, निजी इक्विटी फर्म थोमा ब्रावो ने 3.9 अरब डॉलर के सौदे में सोफोस का अधिग्रहण किया था.
इन कंपनियों भी कटौती की योजना
कंपनी | संख्या |
सेल्सफोर्स | 8,000 |
एचपी | 6,000 |
सिस्को | 5 फीसदी |
चाइम | 160 |
क्वाइनबेस | 60 |
वीमेओ | 11 फीसदी |
स्ट्राइप | 14 फीसदी |
क्रैकेन | 30 फीसदी |
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