नई दिल्ली: स्टेट के स्वामित्व वाली भारतीय नवीकरणीय ऊर्जा विकास एजेंसी (IREDA) अपना आईपीओ लेकर आ रही है. कंपनी ने मगंलवार को बताया कि आईपीओ के लिए प्राइस बैंड 30 रूपये से 32 रुपये तक तय किया गया है. कंपनी ने 2,150 करोड़ रुपये की आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (आईपीओ) की है. कंपनी का आईपीओ पहला पब्लिक इश्यू 21 नवंबर को मेंबरशिप के लिए खुलेगा. वहीं, 23 नवंबर को समाप्त होगा. ऑफर की एंकर बुक 20 नवंबर को एक दिन के लिए खोली जाएगी.
कंपनी पैसों का क्या करेगी?
पिछले साल मई में जीवन बीमा निगम के आईपीओ के बाद यह किसी सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यम द्वारा पहला सार्वजनिक इश्यू होगा. IREDA मूल्य दायरे के ऊपरी स्तर पर लगभग 1,290 करोड़ रुपये जुटाने के लिए 40.31 करोड़ नए शेयर जारी करेगा. इसके अलावा, भारत सरकार, जो वर्तमान में एकमात्र शेयरधारक है, 860 करोड़ रुपये जुटाने के लिए बिक्री पेशकश (ओएफएस) में 26.88 करोड़ शेयरों की पेशकश करेगी.
नए इश्यू से मिले पैसे का यूज IREDA के पूंजी आधार को बढ़ाने के लिए किया जाएगा ताकि इसकी भविष्य की पूंजी आवश्यकताओं को पूरा किया जा सके और आगे ऋण दिया जा सके। इश्यू आकार का आधा हिस्सा योग्य संस्थागत खरीदारों के लिए, 35 फीसदी खुदरा निवेशकों के लिए और शेष 15 फीसदी गैर-संस्थागत निवेशकों के लिए आरक्षित किया गया है. निवेशक न्यूनतम 460 इक्विटी शेयरों के लिए और उसके बाद 460 इक्विटी शेयरों के गुणकों में बोली लगा सकते हैं.
IREDA क्या है?
IREDA नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के तहत एक 'मिनीरत्न' फर्म है. संगठन नवीकरणीय ऊर्जा परियोजनाओं और उपकरण निर्माण और ट्रांसमिशन जैसी संबंधित गतिविधियों के लिए परियोजना की शुरुआत से लेकर समापन के बाद तक वित्तीय उत्पादों (फंड और गैर-फंड-आधारित) से जुड़ी सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला प्रदान करता है. बीओबी कैपिटल मार्केट्स, एसबीआई कैपिटल मार्केट्स और आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज इस इश्यू के लिए बुक-रनिंग मैनेजर हैं. कंपनी के शेयर बीएसई और एनएसई पर लिस्ट होंगे.