नई दिल्ली : वित्तीय अनिश्चितता के दौर में सुरक्षित निवेश के लिए गोल्ड ईटीएफ निवेशकों की पसंद बनकर उभरा है. अप्रैल में इन निवेश योजनाओं में 124 करोड़ रुपये का निवेश आया, जबकि इससे पिछले महीने शुद्ध निकासी हुई थी. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक, गोल्ड ईटीएफ से मार्च में 266 करोड़ रुपये की शुद्ध निकासी हुई थी.
एक्सपर्ट का क्या कहना है : मॉर्निंगस्टार इंडिया के एसोसिएट निदेशक (प्रबंधक शोध) हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ‘पिछले कुछ महीनों में हमने सोने की कीमतों में वृद्धि देखी है. सोने की कीमतें बढ़ने के बीच कुछ निवेशकों ने मुनाफावसूली की. दूसरी ओर कुछ निवेशकों ने यह सोचकर जोखिम लेने का विकल्प चुना कि केंद्रीय बैंक दरों में आगे बढ़ोतरी नहीं करेगा.’ उन्होंने आगे कहा कि विकसित अर्थव्यवस्थाओं में जोखिम बने हुए हैं और इसलिए समीक्षाधीन महीने में निवेशक गोल्ड ईटीएफ की ओर आकर्षित हुए.
गोल्ड ईटीएफ में फोलियो 47.13 लाख : एम्फी के आंकड़ों के अनुसार, 14-गोल्ड लिंक्ड ETFs में पिछले महीने 124.54 करोड़ रुपये का इनफ्लो देखा गया है, जिससे अप्रैल के आखिर में इनका एसेट अंडर मैनेजमेंट (एयूएम) बढ़कर 22,950 करोड़ रुपये हो गया, जो मार्च के अंत में 22,737 करोड़ रुपये था. पिछले कुछ सालों में अपने शानदार प्रदर्शन के साथ गोल्ड में निवेशकों ने दिलचस्पी दिखाई है. इसके फोलियो नंबरों में लगातार उछाल उसी का नतीजा है. समीक्षाधीन महीने में गोल्ड ईटीएफ में फोलियो नंबर 12,600 बढ़कर 47.13 लाख हो गया, जो मार्च में 46.99 लाख था. इससे पता चलता है कि निवेशकों का झुकाव गोल्ड फंडों की तरफ ज्यादा हो गया है.
(पीटीआई- भाषा)
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