नई दिल्ली : देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो ने इंडोनेशिया के साथ अपने व्यापारिक रिश्ते मजबूत करने के लिए एक कदम उठाया है. एयरलाइन की फ्लाइट अब सीधे मुंबई से जकार्ता के लिए उड़ान भरेगी. यह सुविधा आज यानी 7 अगस्त से शुरू हो गई है. इसी के साथ इंडिगो देश की पहली एयरलाइन बन गई है, जो इंडिया से जकार्ता के लिए उड़ान भर रही है. एयरलाइन दुनियाभर के 106 जगहों पर उड़ान की सेवा मुहैया करवाती है.
इंडिगो में ग्लोबल सेल्स के प्रमुख विनय मल्होत्रा ने कहा-
'हम मुंबई और जकार्ता के बीच इन नई दैनिक उड़ानों को शुरू करके रोमांचित हैं. जकार्ता इंडोनेशिया की राजधानी है. साथ ही यह वहां का सबसे बड़ा शहर भी है. जो उनके आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक केंद्र है. यह नया रूट न केवल द्विपक्षीय संबंधों (भारत-इंडोनेशिया) और कनेक्टिविटी को मजबूत करता है, बल्कि इंडोनेशिया और भारत में व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा देता है.'
मल्होत्रा ने आगे कहा कि इस उड़ान से जकार्ता के माध्यम से पूरे भारत, मध्य एशिया और मध्य पूर्व में इंडिगो की पहुंच बढ़ेगी. इन उड़ानों से न केवल इंडोनेशिया की प्राचीनता, समुद्र तट और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का पता लगाने के इच्छुक भारतीय पर्यटकों को लाभ होगा बल्कि जकार्ता के यात्रियों को भी भारत से जुड़ने का एर रोमांचित अवसर मिलेगा. इंडिगो एक अद्वितीय नेटवर्क पर किफायती, समय पर, विनम्र और परेशानी मुक्त यात्रा अनुभव के अपने वादे को पूरा करना जारी रखता है.
जकार्ता के बारे में
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता पर्यटकों के घूमने का एक केंद्र है, जहां हर साल दुनियाभर से कई सैलानी घूमने जाते हैं. यह दुनिया के सबसे अधिक अबादी वाले शहरों में से एक है. जकार्ता इंडोनेशिया की ऐतिहासिक, विविध सांस्कृतिक और जीवंत शहरी जीवन का एक अनोखा मिश्रण पेश करता है. इसके अलावा वहां मर्डेका पैलेस, राष्ट्रीय संग्रहालय, सी वर्ल्ड एंकोल, तमन इंपियन जया एंकोल, दूनिया फंतासी, रगुनन चिड़ियाघर जैसे घूमने वाले जगह शामिल है. जो सैलानियों के आकर्षण की मुख्य वजह होते हैं.
इंडिगो एयरलाइन के बारे में
इंडिगो दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ती कम लागत वाली एयरलाइनों में से एक है. 300 से अधिक एयरलाइन के साथ यह देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी है. जिसके रोजाना 1900 फ्लाइट्स उड़ानें भरती है. जिसमें 79 घरेलू गंतव्य और जल्द ही इंटरनेशल डेस्टिनेशल बढ़ाकर 32 करेगी. इसकी शुरुआत साल 2006 में हुई थी और आज यह देश के घरेलू बाजार में इसकी हिस्सेदारी 58 फीसदी है.