नई दिल्ली: शादी का सीजन शुरू हो चुका है. ऐसे में लोग जमकर खरीदारी कर रहे हैं क्योंकि भारत में शादी किसी त्योहार से कम नहीं है. शादी चाहे अपर क्लास की हो या मिडियम, दोनों में खर्चा मतलब भर का हो ही जाता है. ऐसे समारोह को आयोजित करने के लिए बहुत सारी एकमुश्त धन की आवश्यकता होती है. जैसे-जैसे शादी नजदीक आती है, वैसे-वैसे खर्चे भी अधिक लगने लगते हैं. इसलिए, जितनी जल्दी आप शादी की तैयारी शुरू करेंगे, अंतिम दिनों में उतने ही रिलैक्स रहेंगे.
इन टिप्स से आपको शादी के सीजन में मिलेगी मदद-
- सबसे पहले बनाएं शादी का बजट- आमतौर पर शादियों से लोगों की भावनाएं जुड़ी होती हैं. इसलिए, वे अक्सर अपनी वित्तीय क्षमता से कहीं अधिक खर्च कर देते हैं. अत्यधिक खर्च आपको परेशानी में डाल सकती है और आपका बजट बिगड़ जाता है. इसलिए, आपको शादी के खर्चों की लिमिट निर्धारित करनी होगी. फाइनेंशियल प्राब्लम्स से बचने के लिए सबसे अच्छा तरीका शादी के लिए बजट तय करना.
- शादी के लिए पैसों का इंतजाम करना- एक बार जब आपको अपनी शादी का बजट पता चल जाए तो आपको इसके लिए फंड की व्यवस्था पर काम करना शुरू कर देना चाहिए. आप जितनी जल्दी शुरुआत करेंगे, उतना बेहतर होगा. शादी हर किसी के जीवन में प्रमुख वित्तीय लक्ष्यों में से एक है, इसलिए आमतौर पर, वे इस उद्देश्य के लिए पैसे बचाते हैं. जब शादी का समय करीब हो और आपके हाथ में बजट हो, तो आपको सारा पैसा एक जगह जमा कर लेना चाहिए ताकि आप उनका उपयोग कर सकें. यदि आपके पास धन पर्याप्त नहीं है, तो आपके पास दो विकल्प हैं, या तो आप शादी के खर्चों को कम कर दें या रिश्तेदारों और दोस्तों से पैसे उधार लें, या कर्ज लें.
- बिना मतलब के खरीदारी से बचें- अनियोजित खरीदारी से अक्सर अनावश्यक खर्च होता है और आप आसानी से अपने खर्च का बजट खत्म कर सकते हैं. इसलिए हर हाल में बेकार की खरीदारी से बचें. खरीदारी की एक सूची बनाएं, उन खरीदारी स्थलों की पहचान करें जहां आपको ऑफर और छूट मिलेगी.
- समझदारी से आभूषण खरीदें- गहना शादी की महत्वपूर्ण वस्तुओं में से एक है जिसके लिए व्यय बजट के बड़े आवंटन की आवश्यकता होती है. आभूषण खरीदते समय आपको उचित दुकान का चयन करना चाहिए. आभूषण खरीदने के बाद उचित बिल लें.