नई दिल्ली: मेटा प्लेटफॉर्म्स इंक ने सीईओ और को-फाउंडर मार्क जुकरबर्ग और उनके परिवार को दिए जाने वाले सुरक्षा अलावेंस को बढ़ा दिया है. कंपनी ने इसे जरूरी और आवश्यक बताया है. मेटा ने बुधवार को जुकरबर्ग का सुरक्षा भत्ता 40 लाख डॉलर (4 मिलियन डॉलर) से बढ़ाकर 1.4 करोड़ डॉलर (14 मिलियन डॉलर) कर दिया. मेटा ने एक फाइलिंग में कहा, 'यह बढ़ा हुआ अलावेंस, जुकरबर्ग के मौजूदा सभी सुरक्षा कार्यक्रम की लागत के साथ सही और आवश्यक है.'
Mark Zuckerberg दुनिया के 16वें सबसे अमीर शख्स: जकरबर्ग वर्तमान में 63 अरब डॉलर से अधिक की संपत्ति के साथ फोर्ब्स बिलेनियर लिस्ट में 16वें पायदान पर हैं. वर्ष 2021 के लिए, उन्होंने लगभग $27 मिलियन का मुआवजा अर्जित किया. वहीं, बात करें साल 2022 की तो, इस साल का उनका मुआवजा अभी तक सामने नहीं आया है.
मेटा में और छंटनी की उम्मीद: बढ़ा हुआ खर्च ऐसे समय में आ रहा है, जब कंपनी ने आने वाले हफ्तों में कथित तौर पर और अधिक गुलाबी पर्ची के साथ हजारों कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की है. कंपनी ने जाहिर तौर पर 2023 के लिए कई टीमों के बजट का खुलासा नहीं किया है. जो आमतौर पर साल की शुरुआत में स्पष्ट होता है. इससे और अधिक आने वाली नौकरियों में छंटनी की अटकलों को बल मिला है. मेटा ने पिछले साल नवंबर में 11,000 कर्मचारियों या वैश्विक कार्यबल के लगभग 13 प्रतिशत को निकाल दिया था.
2.9 बिलियन से अधिक फेसबुक एक्टिव यूजर्स: जुकरबर्ग ने साल 2004 में हार्वर्ड में अपने हॉस्टल के कमरे में अपने तीन साथियों (डीउस्टिन मोस्कोवीटज, एडुआर्ड़ो सवेरिन और क्रिस ह्यूज) के साथ फेसबुक की स्थापना की थी. साइट के लिए मूल विचार एक सामाजिक नेटवर्क बनाना था. जो हार्वर्ड के छात्रों को ऑनलाइन एक दूसरे से जुड़ने में मदद करता था. हालांकि, साइट ने तेजी से लोकप्रियता हासिल की और अन्य विश्वविद्यालयों में विस्तार किया. धीरे- धीरे इसके यूजर्स की संख्या दुनियाभर में 2.9 बिलियन से अधिक हो गई. देखते ही देखते यह एक वैश्विक प्लेटफॉर्म बन गया. इसके साथ ही व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम ये दोनों सोशल मीडिया जायंट भी इसके अंदर ही आते हैं.
मार्क जुकरबर्ग का लीडरशीप : Mark Zuckerberg शुरुआत से ही फेसबुक के सीईओ रहे हैं. वह अपनी उद्यमशीलता की भावना और एक सफल कंपनी बनाने के अपने दृढ़ संकल्प के लिए जाने जाते हैं. उनके नेतृत्व में, फेसबुक एक छोटे स्टार्टअप से वैश्विक सोशल मीडिया दिग्गज के रूप में विकसित हुआ है. फेसबुक द्वारा यूजर्स के डेटा को संभालने और नकली समाचार और गलत सूचना फैलाने में इसकी भूमिका के लिए भी जुकरबर्ग की आलोचना की गई है. कांग्रेस द्वारा उनसे पूछताछ की गई और उन्हें यूजर्स और विज्ञापनदाताओं से प्रतिक्रिया का सामना करना पड़ा. वह मंच को बेहतर बनाने और मुद्दों को संबोधित करने के लिए कमीटेड है.
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