नई दिल्ली: अपने घर का सपना तो हर किसी का होता है, लेकिन आज के समय में अपना घर बनाना काफी महंगा हो गया है. ऐसे में बहुत से लोग बैंक से होम लोन लेकर भी घर बनवाते हैं. लेकिन कंज्यूमर सेंटीमेट सर्वे में इस बात की संभावना जताई गई है कि अगर होम लोन की ब्याज दर (Home Loan Interest Rate) 9.5 प्रतिशत से ज्यादा हो जाएगी, तो इसका असर घरों की बिक्री पर पड़ (housing sale will be impacted) सकता है. उद्योग निकाय सीआईआई-एबरोक (CII Aberoque survey) द्वारा किए गए सर्वेक्षण में यह बात सामने आई है कि कम से कम 44 फीसदी लोग एक 3 बीएचके फ्लैट की चाहत रखते हैं.
इसके बाद 38 फीसदी लोग ऐसे थे, जो 2 बीएचके फ्लैट को लेना चाहते हैं. यह सर्वे दो चरणों में किया गया और इस सर्वे में हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. सर्वे के एच1 2021 चरण में 46 फीसदी लोगों ने 2-बीएचके के घर को प्राथमिकता दी और 40 फीसदी लोगों ने 3-बीएचके के घर को चुना. इसके अलावा 4-बीएचके मकानों की मांग भी बढ़ी है. जहां 4-बीएचके मकानों की मांग कोविड-19 संक्रमण से पहले किए गए सर्वे में 2 प्रतिशत थी, वहीं अब यह मांग 7 प्रतिशत हो गई है.
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जनवरी और जून 2022 के बीच किए गए सर्वेक्षण में विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से करीब 5,500 लोगों ने प्रतिक्रिया दी हैं. इस सर्वे की माने तो ऐसा पहली बार हुआ है कि 3-बीएचके मकानों की मांग 2-बीएचके मकानों से ज्यादा दर्ज की गई है. यह देखते हुए और भी महत्वपूर्ण है कि सर्वेक्षण ने ऊंची महंगाई दर को प्रतिवादी घर खरीदारों के लिए चिंता का एक प्रमुख कारण बताया. 61 फीसदी ने अपनी डिस्पोजेबल आय को बहुत अधिक प्रभावित घोषित किया.
इस सर्वे में शामिल अधिकांश लोगों यानी करीब 92 प्रतिशत का अनुमान है कि अर्थव्यवस्था या तो मौजूदा स्तरों पर बनी रहेगी या अगले 12 महीनों में इसमें मामूली सुधार होगा. एच1 2021 चरण में किए गए सर्वे में लोगों ने अर्थव्यवस्था के बारे में अधिक आशावादी रुख दिखाया था, जबकि कम से कम 16 प्रतिशत ने उम्मीद की थी कि अगले एक वर्ष में इसमें उल्लेखनीय सुधार होगा. इतना ही नहीं देखने वाली बात यह भी है कि 1.5 करोड़ रुपये से ज्यादा की कीमत वाले घरों की मांग बढ़ी है.