ETV Bharat / business

Co-Founder of HCL: बिलेनियर अजय चौधरी ने बताई अपनी जर्नी, कैसे छोटी शुरुआत से बनाई अरबों की कंपनी

author img

By

Published : Jul 16, 2023, 9:57 AM IST

सफलता का मुकाम हासिल करने वाले टेक कंपनी एचसीएल के को-फाउंडर अजय चौधरी ने अपनी एक किताब का विमोचन किया. चौधरी ने इस किताब को युवा उद्यमियों के लिए उपयोगी बताया.

Ajay chowdhary hcl
अजय चौधरी
Ajay chowdhary hcl
अजय चौधरी की किताब जस्ट एस्पायर

जबलपुर। एचसीएल कंपनी के को-फाउंडर अजय चौधरी ने जबलपुर में अपनी पुस्तक 'जस्ट एस्पायर' का विमोचन किया. अजय चौधरी ने बताया कि यह किताब उनके 1 लाख 80 हजार से 12 बिलियन की कंपनी तक पहुंचने की कहानी है और भी अपनी इस कहानी को अपने साथियों को भी सुनाना चाहते थे इसलिए इस पुस्तक का विमोचन उन्होंने छात्रों के साथ किया. अजय चौधरी रीवा के रहने वाले हैं और उन्होंने जबलपुर में गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी. इसके बाद उन्होंने नौकरी करने की बजाय अपना स्टार्टअप शुरू किया था.

अजय चौधरी जबलपुर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के एलुमनाई के सदस्य हैं और खास मौकों पर जबलपुर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में आते हैं. जबलपुर में पुस्तक के विमोचन का कार्यक्रम भी क्राइस्ट चर्च स्कूल एलुमनाई और जेएसी एलुमनाई ने मिलकर किया था.

जस्ट एस्पायर किताब में क्या है: डॉ अजय चौधरी की किताब जस्ट एस्पायर युवा उद्यमियों और स्टार्टअप शुरू करने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण किताब है. इसमें डॉ अजय चौधरी ने एचसीएल कंपनी की शुरुआत से अपने संघर्ष की कहानी लिखी है. जबलपुर में अजय चौधरी ने अपनी किताब के बारे में जानकारी प्रश्न उत्तर के माध्यम से दी और प्रश्न भी उनके साथ पढ़ने वाले फिल्म अभिनेता शरद सक्सेना ने उनसे पूछे. अजय चौधरी ने शरद सक्सेना के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिस समय उन्हें स्टार्टअप शुरू किया था उस समय स्टार्टअप शुरू करना बहुत कठिन काम था. लोग नए काम धंधो के लिए पैसा निवेश नहीं करते थे.

उन्होंने अपनी शुरुआती पूंजी मात्र 1 लाख 80 हजार से एचसीएल कंपनी की शुरुआत की थी और यह पैसा जुटाने में भी उन्हें बड़ी समस्या हुई थी. आज यह कंपनी 12 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है. अजय चौधरी का कहना है कि यह पुस्तक इस सफलता की यात्रा की कहानी है. अजय चौधरी का कहना है कि नए उद्योगपतियों के लिए, बिजनेस हाउसेस के लिए और उद्योग जगत की पढ़ाई करने वाले लोगों के लिए यह पुस्तक एक दिशा निर्देशक की तरह काम करेगी.

सफलता का मंत्र: इस पुस्तक में अजय चौधरी ने युवाओं को सफलता का एक मंत्र भी दिया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि 'ए बेटर देन आर' मतलब यदि आपका एक्सप्रेशन सही है तो आपको रिसोर्सेज की चिंता करने की जरूरत नहीं है रिसोर्सेज अपने आप आपके पास आ जाएंगे. अजय चौधरी का कहना है कि आज स्टार्टअप्स के लिए काम करने के सही मौके हैं और इस समय यदि कोई नई सोच के साथ नई कंपनी शुरू करना चाहता है तो उसे सरकार की ओर से भरपूर मदद मिल रही है.

मध्य प्रदेश सरकार के लिए सलाह: डॉ अजय चौधरी ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष सचिन चतुर्वेदी के साथ मिलकर मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास का रोडमैप भी तैयार किया है और वह जल्दी ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी मिलने वाले हैं. डॉ अजय चौधरी का कहना है कि भारत में अभी भी इलेक्ट्रॉनिक सामान के निर्माण के मामले में काफी संभावनाएं हैं और भारत बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक का सामान चीन से आयात करता है जबकि यह भारत में बनाया जा सकता है. डॉ अजय चौधरी ने इलेक्ट्रॉनिक हब बनाने की भी सलाह दी है.

Also Read

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: आईटी इंडस्ट्री पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का डर सभी को सता रहा है कि कहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से आईटी इंडस्ट्री की नौकरियां खत्म ना हो जाएं. इस बारे में बताते हुए अजय चौधरी ने कहा कि जब नया-नया कंप्यूटर आया था तब भी यही बात कही जा रही थी कि कंप्यूटर लोगों की नौकरियां छीन लेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि कंप्यूटर की वजह से काम सरल हुए और कामों का पैमाना बड़ा हुआ और ज्यादा बड़े पैमाने पर लोगों को काम मिला. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में भी ऐसा ही है कि कुछ कोडिंग का काम करने वाले लोगों के लिए परेशानी हो सकती है लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काम के नए मौके भी देगा.

पुस्तक विमोचन के इस कार्यक्रम में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा भी मौजूद थे. विवेक तनख्वाह का कहना है कि इस पुस्तक के जरिए नया उद्योग स्थापित करने वाले युवाओं को प्रेरणा मिलेगी और अजय चौधरी के अनुभवों के आधार पर यदि मौका मिला तो मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई दिशा दी जाएगी. जबलपुर के इस आयोजन में जबलपुर के उद्योगपतियों के साथ ही इंडियन कॉलेज के पूर्व छात्र मौजूद रहे.

Ajay chowdhary hcl
अजय चौधरी की किताब जस्ट एस्पायर

जबलपुर। एचसीएल कंपनी के को-फाउंडर अजय चौधरी ने जबलपुर में अपनी पुस्तक 'जस्ट एस्पायर' का विमोचन किया. अजय चौधरी ने बताया कि यह किताब उनके 1 लाख 80 हजार से 12 बिलियन की कंपनी तक पहुंचने की कहानी है और भी अपनी इस कहानी को अपने साथियों को भी सुनाना चाहते थे इसलिए इस पुस्तक का विमोचन उन्होंने छात्रों के साथ किया. अजय चौधरी रीवा के रहने वाले हैं और उन्होंने जबलपुर में गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी. इसके बाद उन्होंने नौकरी करने की बजाय अपना स्टार्टअप शुरू किया था.

अजय चौधरी जबलपुर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज के एलुमनाई के सदस्य हैं और खास मौकों पर जबलपुर गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज में आते हैं. जबलपुर में पुस्तक के विमोचन का कार्यक्रम भी क्राइस्ट चर्च स्कूल एलुमनाई और जेएसी एलुमनाई ने मिलकर किया था.

जस्ट एस्पायर किताब में क्या है: डॉ अजय चौधरी की किताब जस्ट एस्पायर युवा उद्यमियों और स्टार्टअप शुरू करने वाले लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण किताब है. इसमें डॉ अजय चौधरी ने एचसीएल कंपनी की शुरुआत से अपने संघर्ष की कहानी लिखी है. जबलपुर में अजय चौधरी ने अपनी किताब के बारे में जानकारी प्रश्न उत्तर के माध्यम से दी और प्रश्न भी उनके साथ पढ़ने वाले फिल्म अभिनेता शरद सक्सेना ने उनसे पूछे. अजय चौधरी ने शरद सक्सेना के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि जिस समय उन्हें स्टार्टअप शुरू किया था उस समय स्टार्टअप शुरू करना बहुत कठिन काम था. लोग नए काम धंधो के लिए पैसा निवेश नहीं करते थे.

उन्होंने अपनी शुरुआती पूंजी मात्र 1 लाख 80 हजार से एचसीएल कंपनी की शुरुआत की थी और यह पैसा जुटाने में भी उन्हें बड़ी समस्या हुई थी. आज यह कंपनी 12 बिलियन डॉलर तक पहुंच गई है. अजय चौधरी का कहना है कि यह पुस्तक इस सफलता की यात्रा की कहानी है. अजय चौधरी का कहना है कि नए उद्योगपतियों के लिए, बिजनेस हाउसेस के लिए और उद्योग जगत की पढ़ाई करने वाले लोगों के लिए यह पुस्तक एक दिशा निर्देशक की तरह काम करेगी.

सफलता का मंत्र: इस पुस्तक में अजय चौधरी ने युवाओं को सफलता का एक मंत्र भी दिया है. जिसमें उन्होंने कहा है कि 'ए बेटर देन आर' मतलब यदि आपका एक्सप्रेशन सही है तो आपको रिसोर्सेज की चिंता करने की जरूरत नहीं है रिसोर्सेज अपने आप आपके पास आ जाएंगे. अजय चौधरी का कहना है कि आज स्टार्टअप्स के लिए काम करने के सही मौके हैं और इस समय यदि कोई नई सोच के साथ नई कंपनी शुरू करना चाहता है तो उसे सरकार की ओर से भरपूर मदद मिल रही है.

मध्य प्रदेश सरकार के लिए सलाह: डॉ अजय चौधरी ने नीति आयोग के उपाध्यक्ष सचिन चतुर्वेदी के साथ मिलकर मध्यप्रदेश में औद्योगिक विकास का रोडमैप भी तैयार किया है और वह जल्दी ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री से भी मिलने वाले हैं. डॉ अजय चौधरी का कहना है कि भारत में अभी भी इलेक्ट्रॉनिक सामान के निर्माण के मामले में काफी संभावनाएं हैं और भारत बड़े पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक का सामान चीन से आयात करता है जबकि यह भारत में बनाया जा सकता है. डॉ अजय चौधरी ने इलेक्ट्रॉनिक हब बनाने की भी सलाह दी है.

Also Read

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: आईटी इंडस्ट्री पर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का डर सभी को सता रहा है कि कहीं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की वजह से आईटी इंडस्ट्री की नौकरियां खत्म ना हो जाएं. इस बारे में बताते हुए अजय चौधरी ने कहा कि जब नया-नया कंप्यूटर आया था तब भी यही बात कही जा रही थी कि कंप्यूटर लोगों की नौकरियां छीन लेगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ बल्कि कंप्यूटर की वजह से काम सरल हुए और कामों का पैमाना बड़ा हुआ और ज्यादा बड़े पैमाने पर लोगों को काम मिला. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के मामले में भी ऐसा ही है कि कुछ कोडिंग का काम करने वाले लोगों के लिए परेशानी हो सकती है लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस काम के नए मौके भी देगा.

पुस्तक विमोचन के इस कार्यक्रम में कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तंखा भी मौजूद थे. विवेक तनख्वाह का कहना है कि इस पुस्तक के जरिए नया उद्योग स्थापित करने वाले युवाओं को प्रेरणा मिलेगी और अजय चौधरी के अनुभवों के आधार पर यदि मौका मिला तो मध्य प्रदेश के औद्योगिक विकास को नई दिशा दी जाएगी. जबलपुर के इस आयोजन में जबलपुर के उद्योगपतियों के साथ ही इंडियन कॉलेज के पूर्व छात्र मौजूद रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.