नई दिल्ली: ग्रामीण विकास मंत्रालय के तहत दीनदयाल अंत्योदय योजना (DAY) एवं राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (NRLM) की ओर से स्वयं सहायता समूह के महिला उद्यमियों बढ़ावा देने के लिए बुधवार को भारतीय स्टेट बैंक के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किया गया.
डीएवाई-एनआरएलएम (DAY-NRLM) के अतिरिक्त सचिव एनआरएलएम चरणजीत सिंह ने इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना के अनुसार स्वयं-सहायता समूह के दो करोड़ दीदियों को लखपति बनाने में एक महत्वपूर्ण कदम बताया.
एसबीआई ने एक विशेष वित्तीय उत्पाद, 'स्वयं सिद्ध' पेश किया जो विशेष रूप से 5 लाख रुपये तक का ऋण चाहने वाली स्व-सहायता समूह के महिला उद्यमियों के लिए तैयार किया गया है. ग्रामीण विकास मंत्रालय ने कहा कि यह पहल बैंक ऋण आवेदनों की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए की गई है.
इसे व्यापक दस्तावेजीकरण आवश्यकताओं से जुड़ी चुनौतियों को कम करने और टर्न अराउंड टाइम (टीएटी) को कम करने के लिए डिजाइन की गई है. कोटेशन और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPRs) जैसे बोझिल दस्तावेजों की आवश्यकता को समाप्त कर दिया गया है.
इससे एक आसान आवेदन प्रक्रिया की अनुमति मिलती है जहां केवाईसी विवरण के साथ एक सरल ऋण आवेदन स्थानीय एसबीआई बैंक शाखाओं में जमा किया जा सकता है. मंत्रालय ने कहा कि डीएवाई-एनआरएलएम (DAY-NRLM) ऋण आवेदन प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाएगा और अपने समर्पित फील्ड कैडर के माध्यम से ऋण पुनर्भुगतान की निगरानी करेगा.
कार्यक्रम में स्व-सहायता समूह महिला उद्यमियों द्वारा इस योजना का अधिक से अधिक लाभ पाने को लेकर एक प्रशिक्षण टूलकिट पैकेज भी लॉन्च किया गया. इससे दीनदयाल अंत्योदय योजना और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन को जमीनी स्तर पर लागू करने में ये मील का पत्थर साबित होगा. उद्यमियों के आत्म-क्षमता निर्माण के लिए इस टूलकिट के प्रमुख मॉड्यूल को एनिमेटेड वीडियो में परिवर्तित किया गया है. इससे स्व-सहायता समूह की महिलाओं के लिए आर्थिक लाभ लेने में मदद मिलेगी.