नई दिल्ली: सरकार ने सोमवार को देश में उत्पादित कच्चे तेल और डीजल के निर्यात पर विंडफॉल प्रॉफिट टैक्स में कटौती की है. एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल पर विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क या एसएईडी के रूप में लगाया जाने वाला कर 5,000 रुपये प्रति टन से घटाकर 1,300 रुपये कर दिया गया है. डीजल के निर्यात पर एसएईडी को घटाकर 0.50 रुपये कर दिया गया है. एक लीटर से एक रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है. हालांकि, जेट ईंधन या एटीएफ के निर्यात पर लेवी पहले के शून्य से बढ़ाकर 1 रुपये प्रति लीटर कर दी गई है. पेट्रोल पर एसएईडी शून्य ही रहेगा. नई टैक्स दरें मंगलवार यानी की आज से लागू हो गई है.
बता दें कि पिछले साल जुलाई में भारत ने पहली बार विंडफॉल प्रॉफिट टैक्स लगाया था. यह उन देशों की बढ़ती संख्या में शामिल हो गया है जो ऊर्जा कंपनियों के असाधारण मुनाफे पर टैक्स लगाते हैं. पिछले दो सप्ताह में तेल की औसत कीमतों के आधार पर हर पखवाड़े टैक्स रेट की समीक्षा की जाती है.
क्या है विंडफॉल टैक्स?
कच्चे तेल की बढ़ती कीमत के जवाब में भारत ने शुरुआत में जुलाई 2022 में विंडफॉल प्रॉफिट टैक्स लगाया था. यह टेक्स सरकारों द्वारा लगाया जाता है. यह तब लगाया जाता है जब कोई उद्योग अप्रत्याशित रूप से पर्याप्त मुनाफा कमाता है. इसका श्रेय आमतौर पर किसी अभूतपूर्व घटना को दिया जाता है.