नई दिल्ली / मुंबई : स्थानीय शेयर बाजारों में बृहस्पतिवार को लगातार तीसरे दिन गिरावट जारी रही और बीएसई सेंसेक्स करीब 129 अंक टूटकर बंद हुआ.देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई और विविध कारोबार में सक्रिय आईटीसी के अच्छे तिमाही नतीजों के बावजूद मुनाफावसूली हावी होने से बाजार नुकसान में रहा. हालांकि, बाजार में ज्यादातर समय तक बढ़त की स्थिति रही लेकिन अंतिम घंटे में चुनिंदा शेयरों में बिकवाली का जोर रहने से सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए.
तीस शेयरों पर आधारित बीएसई का मानक सूचकांक सेंसेक्स 128.90 अंक यानी 0.21 प्रतिशत गिरकर 61,431.74 अंक पर बंद हुआ.कारोबार के दौरान यह 61,955.90 अंक के उच्चस्तर तक गया और 61,349.34 अंक के निचले स्तर तक आया. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 51.80 अंक यानी 0.28 प्रतिशत गिरकर 18,129.95 अंक पर आ गया. एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘‘निफ्टी में लगातार तीसरे दिन गिरावट रही.शुरुआती कारोबार में तेजी और वैश्विक बाजारों में सकारात्मक रुख के बावजूद कारोबार के अंत में यह गिरावट के साथ बंद हुआ।’’ .
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में आईटीसी, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई), टाइटन, पावर ग्रिड, लार्सन एंड टुब्रो, टाटा मोटर्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर और अल्ट्राटेक सीमेंट के शेयरों में प्रमुख रूप से गिरावट रही. इनमें खासतौर से आईटीसी और एसबीआई की गिरावट अहम है.आईटीसी का जनवरी-मार्च तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 22.66 प्रतिशत बढ़ गया लेकिन निवेशकों की बिकवाली से इसका शेयर दो प्रतिशत गिर गया.इसी तरह मार्च तिमाही में शुद्ध लाभ में 83 प्रतिशत वृद्धि दर्ज करने वाले भारतीय स्टेट बैंक का शेयर भी 1.77 प्रतिशत गिर गया.
दूसरी तरफ बजाज फाइनेंस, कोटक महिंद्रा बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एशियन पेंट्स, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के शेयर लाभ में रहे. रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के उपाध्यक्ष (तकनीकी शोध) अजित मिश्रा ने कहा कि वायदा एवं विकल्प खंड में सौदों के साप्ताहिक निपटान के अंतिम दिन बाजारों में उतार-चढ़ाव रहा और सूचकांक गिरावट के साथ बंद हुए.इसके अलावा चुनिंदा शेयरों में मुनाफावसूली से भी दबाव देखा गया.
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग चढ़कर बंद हुए. यूरोपीय बाजार भी दोपहर में सकारात्मक रुख के साथ कारोबार कर रहे थे.एक दिन पहले अमेरिकी बाजारों में भी बढ़त दर्ज की गई थी. विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजारों में खरीदारी का सिलसिला जारी रखा है.उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 970.18 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की खरीदारी की. इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.61 प्रतिशत गिरावट के साथ 76.49 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया.
वायदा बाजार में सोने की कीमत
मांग कमजोर होने से वायदा कारोबार में सोने की कीमत 55 रुपये टूटकर 60,090 रुपये प्रति 10 ग्राम रही.सटोरियों के सौदा घटाये जाने से मूल्यवान धातु के भाव में नरमी आई. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जून महीने की डिलिवरी के अनुबंध का भाव 55 रुपये यानी 0.09 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,090 रुपये प्रति 10 ग्राम रहा.इसमें 11,473 लॉट के लिये कारोबार हुआ. विश्लेषकों के अनुसार सटोरियों के सौदा घटाये जाने से सोने के दाम में नरमी आई. वैश्विक स्तर पर सोना 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,999.10 डॉलर प्रति औंस रहा
वायदा बाजार में चांदी की कीमत
कमजोर मांग के बीच सटोरियों के सौदा कम किये जाने से वायदा बाजार में चांदी की कीमत बृहस्पतिवार को 214 रुपये की गिरावट के साथ 72,444 रुपये प्रति किलो रही. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में जुलाई महीने की आपूर्ति वाले अनुबंध का भाव 214 रुपये यानी 0.29 प्रतिशत टूटकर 72,444 रुपये किलो रहा.इसमें 15,142 लॉट के लिये कारोबार हुआ. वैश्विक स्तर पर न्यूयार्क में चांदी की कीमत 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23.78 डॉलर प्रति औंस रही.
(भाषा)